Edited By Mansa Devi,Updated: 23 Dec, 2025 01:06 PM

सोने-चांदी की कीमतों ने एक बार फिर निवेशकों का ध्यान खींच लिया है। मंगलवार, 23 दिसंबर की सुबह सोने के भाव में जबरदस्त तेजी देखने को मिली और यह 1.38 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया। MCX पर फरवरी वायदा डिलीवरी वाला सोना करीब 1.03 फीसदी की...
नेशनल डेस्क: सोने-चांदी की कीमतों ने एक बार फिर निवेशकों का ध्यान खींच लिया है। मंगलवार, 23 दिसंबर की सुबह सोने के भाव में जबरदस्त तेजी देखने को मिली और यह 1.38 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया। MCX पर फरवरी वायदा डिलीवरी वाला सोना करीब 1.03 फीसदी की बढ़त के साथ 1,38,124 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता नजर आया। वहीं चांदी भी पीछे नहीं रही और 1.40 फीसदी उछलकर 2,15,845 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई।
रिकॉर्ड के बाद भी बरकरार तेजी
सप्ताह की शुरुआत में ही सोने और चांदी ने नए रिकॉर्ड बनाए थे। सोमवार को MCX पर फरवरी डिलीवरी वाला सोना 0.77 फीसदी बढ़कर 1,35,224 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं मार्च एक्सपायरी वाली चांदी करीब 2.39 फीसदी की तेजी के साथ 2,13,412 रुपये प्रति किलो तक पहुंची और इस दौरान इसने 2,13,844 रुपये का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर भी छू लिया।
आज का ताजा भाव क्या कहता है?
मंगलवार सुबह करीब 8:45 बजे, सोना हल्की बढ़त के साथ 1,36,780 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता दिखा। वहीं मार्च एक्सपायरी वाली चांदी में भी मामूली तेजी रही और इसका भाव 2,12,888 रुपये प्रति किलो दर्ज किया गया। वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच सोना अब भी निवेशकों के लिए सेफ-हेवन बना हुआ है, जिससे इसकी मांग लगातार मजबूत बनी हुई है।
क्या बन सकता है नया कीर्तिमान?
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल इकॉनमी में अनिश्चितता और जियोपॉलिटिकल तनाव के चलते सोने में निवेश की मांग मजबूत बनी हुई है। इसी वजह से कीमतें अपने रिकॉर्ड स्तर के आसपास टिके रहने की संभावना है। इस हफ्ते अमेरिका से आने वाले अहम आंकड़े जैसे नए घरों की बिक्री, कोर PCE प्राइस इंडेक्स और साप्ताहिक बेरोजगारी दावे आगे की चाल तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
निवेशकों के लिए अहम लेवल
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फिलहाल सोने की कीमतें ओवरबॉट जोन में हैं। अगर भाव 1.34 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम से नीचे आता है तो मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है। वहीं ऊपर की ओर 1.37 लाख रुपये का स्तर बड़ा रेजिस्टेंस माना जा रहा है, जिसे पार करने पर नया रिकॉर्ड बन सकता है। चांदी की बात करें तो मजबूत मांग और सीमित सप्लाई के चलते इसमें भी तेजी जारी रहने की उम्मीद जताई जा रही है।