Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 30 Apr, 2025 11:01 AM

30 अप्रैल 2025, बुधवार को देशभर में अक्षय तृतीया का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस शुभ अवसर पर सोना और चांदी खरीदना परंपरागत रूप से शुभ माना जाता है। निवेशक और ग्राहक दोनों इस दिन सोने की खरीदारी को लेकर उत्साहित रहते हैं।
नेशनल डेस्क: 30 अप्रैल 2025, बुधवार को देशभर में अक्षय तृतीया का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस शुभ अवसर पर सोना और चांदी खरीदना परंपरागत रूप से शुभ माना जाता है। निवेशक और ग्राहक दोनों इस दिन सोने की खरीदारी को लेकर उत्साहित रहते हैं। ऐसे में बाजार से राहत की खबर है—आज सोना कल के मुकाबले सस्ता हुआ है।
कल के मुकाबले सस्ता हुआ गोल्ड
29 अप्रैल को जहां सोने की कीमतों में तेजी थी, वहीं 30 अप्रैल को करेक्शन देखने को मिला है। आज 22 कैरेट सोना 100 रुपये तक सस्ता होकर 89,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। वहीं 24 कैरेट सोना 97,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। यानी अगर आप अक्षय तृतीया पर खरीदारी की सोच रहे हैं, तो यह सही मौका हो सकता है।
चांदी भी 500 रुपये सस्ती
अक्षय तृतीया के दिन चांदी की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को चांदी 500 रुपये सस्ती होकर 1,00,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। पिछले दिनों चांदी के भाव में लगातार तेजी देखी गई थी, लेकिन आज थोड़ी राहत मिली है।
देशभर के प्रमुख शहरों में सोने का रेट
शहर |
22 कैरेट (रु/10 ग्राम) |
24 कैरेट (रु/10 ग्राम) |
दिल्ली |
89,990 |
98,040 |
मुंबई |
89,750 |
97,910 |
चेन्नई |
89,750 |
97,910 |
कोलकाता |
89,750 |
97,910 |
जयपुर |
89,990 |
98,010 |
नोएडा |
89,990 |
98,010 |
गाजियाबाद |
89,990 |
98,010 |
लखनऊ |
89,990 |
98,010 |
बेंगलुरु |
89,750 |
97,910 |
पटना |
89,750 |
97,910 |
क्यों घटे सोने-चांदी के दाम?
विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव, टैक्स विवाद और डॉलर की चाल की वजह से सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में आई गिरावट का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है।
आने वाले समय में कहां जाएगा सोना?
जानकारों की मानें तो अगर अंतरराष्ट्रीय तनाव और बढ़ा, तो आने वाले 6 महीनों में सोने की कीमतें 1,38,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती हैं। लेकिन यदि बाजार स्थिर रहा, तो सोना 75,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक आ सकता है। यानी निवेशकों के लिए यह एक सतर्कता का समय है।
कैसे तय होती हैं सोने की कीमतें?
भारत में सोने की कीमतें कई फैक्टर्स से प्रभावित होती हैं—
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अंतरराष्ट्रीय मार्केट के भाव
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रुपये और डॉलर का एक्सचेंज रेट
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भारत सरकार द्वारा लगने वाला आयात शुल्क और टैक्स
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मांग और आपूर्ति का संतुलन
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त्योहारों और शादियों का सीजन
सोना भारत में सिर्फ एक निवेश नहीं बल्कि धार्मिक आस्था और परंपरा का प्रतीक भी है। खासकर अक्षय तृतीया, धनतेरस और शादी जैसे खास मौकों पर इसकी डिमांड कई गुना बढ़ जाती है।
निवेश के लिहाज से फायदेमंद मौका
यदि आप गोल्ड में लॉन्ग टर्म निवेश की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए अनुकूल हो सकता है। कीमतें थोड़ी नीचे हैं और त्योहार का समय है, जिससे भविष्य में रिटर्न अच्छा मिलने की संभावना रहती है।