Edited By Sahil Kumar,Updated: 24 Dec, 2025 07:28 PM

खरमास के बावजूद सोना और चांदी लगातार नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। MCX पर सोना 1,38,245 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 2,22,498 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई। कीमतों में तेजी की वजह फेड से रेट कट की उम्मीद, डॉलर की कमजोरी और अमेरिका-वेनजुएला तनाव...
Gold Silve Price: आमतौर पर खरमास के दौरान मांगलिक कार्य और शादियां नहीं होतीं, जिससे सोने-चांदी की मांग कमजोर रहती है। इसके बावजूद इस बार कीमती धातुओं की कीमतें लगातार नए रिकॉर्ड बना रही हैं। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना और चांदी दोनों में जोरदार तेजी दर्ज की गई।
MCX पर फरवरी कॉन्ट्रैक्ट वाला सोना दोपहर 2:23 बजे तक 360 रुपये की बढ़त के साथ 1,38,245 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। वहीं मार्च कॉन्ट्रैक्ट वाली चांदी 1.30 फीसदी यानी 2,845 रुपये की तेजी के साथ 2,22,498 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार करती दिखी।
क्यों बढ़ रहे हैं सोना-चांदी के भाव?
सोने और चांदी की कीमतों में मौजूदा तेजी के पीछे फेडरल रिजर्व (फेड) से जुड़े संकेतों को बड़ा कारण माना जा रहा है। इसके अलावा डॉलर की कमजोरी और अमेरिका-वेनजुएला के बीच बढ़ता तनाव भी कीमतों को सहारा दे रहा है।
बाजार को उम्मीद है कि 2026 में फेड ब्याज दरों में दो बार कटौती कर सकता है, क्योंकि महंगाई में नरमी और रोजगार बाजार में कमजोरी के संकेत मिल रहे हैं। इसी बीच, अमेरिका के तेल टैंकरों को ब्लॉक किए जाने के बाद अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तनाव बढ़ा है, जिससे सुरक्षित निवेश विकल्प (सेफ-हेवन) के रूप में सोने की मांग में इजाफा हुआ है।
डॉलर की कमजोरी से बढ़ी खरीदारी
दूसरी ओर डॉलर इंडेक्स में 0.20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, जो करीब तीन महीने के निचले स्तर पर है। डॉलर कमजोर होने से विदेशी मुद्राओं में सोना सस्ता पड़ता है, जिससे निवेशकों की खरीदारी बढ़ जाती है और कीमतों को और बल मिलता है।
घरेलू स्पॉट बाजार में अब तक सोने की कीमतों में लगभग 80 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जबकि स्पॉट चांदी 145 फीसदी तक चढ़ चुकी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी यही रुझान देखने को मिल रहा है। इस साल अब तक वैश्विक स्तर पर सोना करीब 72 फीसदी मजबूत हुआ है, जबकि चांदी में लगभग 149 फीसदी की जबरदस्त तेजी दर्ज की गई है।