भारतीय उच्चायोग में तोड़फोड़ की घटनाओं पर विदेश मंत्रालय ने जताई चिंता, कहा- आश्वासन नहीं कार्रवाई करें

Edited By Yaspal,Updated: 24 Mar, 2023 10:43 PM

mea expressed concern over the incidents of sabotage in the indian hc

भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह विदेश में भारतीय मिशनों में तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ संबंधित देशों से सिर्फ आश्वासन नहीं, बल्कि इन घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद करता है

नेशनल डेस्कः भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह विदेश में भारतीय मिशनों में तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ संबंधित देशों से सिर्फ आश्वासन नहीं, बल्कि इन घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद करता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि भारत उम्मीद करता है कि संबंधित देश ऐसी घटनाओं को दोबारा घटने से रोकने के लिए कदम उठायेंगे।

गौरतलब है कि कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब में पुलिस कार्रवाई के बाद खलिस्तान समर्थकों ने लंदन, ब्रिटिश कोलंबिया, सैन फ्रांसिस्को में भारतीय मिशनों में तोड़फोड़ की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ मैं समझता हूं कि हमारी केवल आश्वासनों में रुचि नहीं है, हम कार्रवाई देखना चाहते हैं।'' बागची ने कहा कि भारत ने इस मुद्दे को कनाडा के अधिकारियों के समक्ष भी उठाया है, जहां भारतीय उच्चायुक्त को एक कार्यक्रम में शामिल होने का कार्यक्रम रद्द करने को मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी यह अपेक्षा है कि किसी भी देश में हमारे राजनयिक अपने वाजिब और सामान्य राजनयिक कर्तव्यों एवं कार्यो को पूरा कर सके। और मेजबान देशों को ऐसा करने के लिए उपयुक्त माहौल सुनिश्चित करना चाहिए।''

अमृतपाल के खिलाफ कार्रवाई को लेकर विदेशी नेताओं और सांसदों की टिप्पणी के बारे में एक सवाल के जवाब में बागची ने आग्रह किया कि विदेश में रहने वाले लोग ऐसे त्रुटिपूर्ण और दुर्भावना से प्रेरित आख्यानों पर भरोसा नहीं करें, जिन्हें कुछ तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है। प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब में प्रशासन भगोड़े को पकड़ने के लिए अभियान चला रहे हैं और अधिकारियों द्वारा इस अभियान की जानकारी नियमित आधार पर दी जा रही है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग पर हुई घटना की खबर साझा की है। उन्होंने हालांकि यह बताने से इंकार किया कि क्या इस तोड़फोड़ में भारतीयों के शामिल होने का उल्लेख किया गया है।

प्रवक्ता ने कहा कि वे इस घटना से जुड़े रिपोर्ट के बारे में जानकारी नहीं देंगे, यह अब कानूनी मामला है, यह सुरक्षा से जुड़ा मामला है। बागची ने नयी दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग और ब्रिटिश उच्चायुक्त के आवास के बाहर सुरक्षा घटाये जाने की रिपोर्ट के बारे में कोई टिप्पणी करने से भी इंकार कर दिया। गौरतलब है कि खालिस्तानी झंडे लहराते और खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने लंदन में भारतीय उच्चायोग के ऊपर फहराए गए तिरंगे को गत रविवार को उतारने का प्रयास किया था।

भारत ने रविवार की रात को नई दिल्ली में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त को तलब किया था और ‘‘सुरक्षा के अभाव'' पर स्पष्टीकरण मांगा था। इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था कि ब्रिटेन में भारतीय राजनयिक परिसरों और कर्मियों की सुरक्षा के प्रति ब्रिटेन सरकार की उदासीनता ‘‘अस्वीकार्य'' है। वहीं, ब्रिटेन के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि ब्रिटेन सरकार यहां भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा को ‘‘गंभीरता से'' लेगी और उन्होंने मिशन में तोड़फोड़ को ‘‘अपमानजनक और पूरी तरह से अस्वीकार्य'' बताया।

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