Edited By Parveen Kumar,Updated: 10 Jul, 2025 07:41 PM

कभी हत्या कांड की वजह से कुख्यात हुआ "नीला ड्रम" अब आस्था और श्रद्धा का प्रतीक बनता नजर आ रहा है। गाजियाबाद जिले के एक कांवड़िए का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने कंधों पर दो बड़े नीले ड्रम लेकर कांवड़ यात्रा करता दिखाई...
नेशनल डेस्क: कभी हत्या कांड की वजह से कुख्यात हुआ "नीला ड्रम" अब आस्था और श्रद्धा का प्रतीक बनता नजर आ रहा है। गाजियाबाद जिले के एक कांवड़िए का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने कंधों पर दो बड़े नीले ड्रम लेकर कांवड़ यात्रा करता दिखाई दे रहा है।
बताया जा रहा है कि यह कांवड़िया गाजियाबाद से पैदल यात्रा करते हुए हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौट रहा है। उसके ड्रम में करीब 80 लीटर से अधिक गंगाजल भरा है। इस अनोखी कांवड़ को देख लोग हैरान हैं और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
सौरभ हत्याकांड से बदनाम हुआ था नीला ड्रम
गौरतलब है कि नीला ड्रम पहले सौरभ राजपूत हत्याकांड की वजह से सुर्खियों में आया था। मेरठ के इस मामले में सौरभ की पत्नी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी और शव के टुकड़े करके नीले ड्रम में भर दिया था। उस घटना के बाद लोगों के बीच नीले ड्रम को लेकर डर और नफरत फैल गई थी। यहां तक कि कई लोगों ने अपने घरों से नीले ड्रम बाहर फेंक दिए थे। लोगों का कहना था कि कहीं भविष्य में ऐसा न हो कि हम भी उसी ड्रम में मिलें।
“अब शुद्धिकरण की बारी है” – कांवड़िया
जब राहगीरों ने इस कांवड़िए से नीले ड्रम के बारे में सवाल किया, तो उसने कहा, “नीला ड्रम मुस्कान की वजह से बदनाम हुआ था, अब मैं इसमें गंगाजल लेकर आया हूँ ताकि इसका शुद्धिकरण हो सके।”
उसने बताया कि वह गंगाजल से अपने माता-पिता को स्नान कराएगा।
कांवड़िया ने यह भी बताया कि उसकी अभी शादी नहीं हुई है। उसने यह अनोखी पहल करके यह संदेश देने की कोशिश की है कि बुराई से जुड़ी किसी चीज़ को नकारने की बजाय उसमें अच्छाई भी भरी जा सकती है।