Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 17 Jun, 2025 02:46 PM

प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना (Pradhan Mantri Shram Yogi Maandhan Yojana) मोदी सरकार द्वारा वर्ष 2019 में शुरू की गई एक पेंशन योजना है, जो असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा देने के मकसद से शुरू हुई थी।
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना (Pradhan Mantri Shram Yogi Maandhan Yojana) मोदी सरकार द्वारा वर्ष 2019 में शुरू की गई एक पेंशन योजना है, जो असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा देने के मकसद से शुरू हुई थी।
इस योजना के तहत:
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उम्र 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए
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मासिक आय ₹15,000 से कम होनी चाहिए
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कोई सरकारी कर्मचारी या टैक्स दाता नहीं होना चाहिए
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रिक्शा चालक, घरेलू नौकर, खेतिहर मजदूर, रेहड़ी-पटरी वाले, जैसे लोग इसके पात्र हैं
क्या है योजना का सबसे बड़ा फायदा?
जो व्यक्ति इस योजना से जुड़ते हैं उन्हें 60 साल की उम्र के बाद ₹3000 प्रति महीना पेंशन मिलती है। यानी हर महीने उन्हें जीवनभर ₹3000 का निश्चित सहारा मिलेगा। यह पेंशन सीधे बैंक खाते में DBT के ज़रिए भेजी जाएगी।
कितना और कैसे करना होगा योगदान?
इस योजना के तहत व्यक्ति को अपनी आयु के अनुसार अंशदान (contribution) करना होता है। उदाहरण के लिए:
| आयु |
मासिक अंशदान |
| 18 वर्ष |
₹55 |
| 30 वर्ष |
₹100 |
| 40 वर्ष |
₹200 |
सबसे खास बात यह है कि जितना अंशदान व्यक्ति खुद करता है, उतना ही सरकार भी देती है। अगर आप ₹100 महीने का योगदान करते हैं, तो सरकार भी ₹100 जोड़ेगी। यानी कुल ₹200 हर महीने जमा होंगे।
कैसे करें आवेदन?
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया बेहद आसान है।
आपको चाहिए होगा:
आवेदन करने के स्टेप्स:
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नजदीकी सीएससी सेंटर (Common Service Centre) जाएं
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ऑपरेटर को अपना आधार और बैंक डिटेल्स दें
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ऑनलाइन फॉर्म भरकर आपकी उम्र के हिसाब से अंशदान तय होगा
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एक पेंशन कार्ड (श्रमी कार्ड) जारी होगा
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पेंशन योजना में नाम जुड़ते ही मासिक कटौती शुरू हो जाएगी
अगर बीच में योजना से हटना पड़े तो?
सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक कई लाख मजदूरों ने इस योजना से जुड़कर लाभ उठाया है। यह योजना प्रधानमंत्री मोदी की “सबका साथ, सबका विकास” नीति का हिस्सा है जो समाज के सबसे कमजोर वर्ग को वृद्धावस्था में आर्थिक राहतदेने का काम करती है।
क्यों जरूरी है यह योजना?
भारत में आज भी करोड़ों असंगठित मजदूर ऐसे हैं जो:
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बुजुर्ग होते ही आमदनी खो बैठते हैं
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किसी पेंशन या सुविधा के हकदार नहीं होते
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बीमारी और आर्थिक संकट के शिकार हो जाते हैं
ऐसे में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना उनके लिए एक सम्मानजनक वृद्धावस्था का रास्ता खोलती है।