Edited By rajesh kumar,Updated: 06 Jun, 2023 01:29 PM

ओडिशा रेल हादसे में 278 यात्रियों ने अपनी जान गवां दी है जबकि एक हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। रेलवे बोर्ड ने इस हादसे की जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश कर दी है। इसी बीच पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने ओडिशा रेल हादसे को टीएमसी...
नेशनल डेस्क: ओडिशा रेल हादसे में 278 यात्रियों ने अपनी जान गवां दी है जबकि एक हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। रेलवे बोर्ड ने इस हादसे की जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश कर दी है। इसी बीच पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने ओडिशा रेल हादसे को टीएमसी की साजिश बताया है।
सुवेंदु अधिकारी ने समाचार एसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि, ओडिशा रेल हादसे की पीछे टीएमसी की बड़ी साजिश है। उन्होंने कहा कि, 'यह घटना टीएमसी की साजिश है। ये कल से इतना क्यों घबरा रहे हैं जबकि ये घटना दूसरे राज्य की है? सीबीआई जांच से क्यों डरते हैं? इन लोगों ने पुलिस की मदद से दोनों रेलवे अधिकारियों के फोन टैप किए। इन लोगों को रेलवे के दो अधिकारियों की बातचीत का पता कैसे चला? बातचीत कैसे लीक हो गई। सीबीआई जांच में यह आना चाहिए। अगर यह नहीं आया, तो मैं अदालत जाऊंगा?'
टीएमसी द्धारा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांगने पर सुवेंदु अधिकारी ने कहा, क्या उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान हुई दुर्घटनाओं के बाद इस्तीफा दिया था? सुवेंदु अधिकारी ने गैसल (1999) और ज्ञानेश्वरी (2010) रेल हादसे का जिक्र किया। उन्होंने दावा किया बालासोर अस्पताल में काम कर रहे बंगाल के तीन आईएएस अधिकारी अस्वस्थ होने पर भी घायलों को बंगाल ट्रांसफर कर रहे थे।
'जो लोग इतिहास बदल सकते हैं, वो नंबर भी बदल सकते हैं'
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना के संबंध में रेल मंत्रालय द्वारा दिये गए मौत के आंकड़ों पर सवाल खड़े करते हुए कहा थाकि भाजपा सरकार इतिहास बदल सकती है, वो नंबर भी बदल सकती है। उन्होंने कहा था कि, “अगर एक राज्य के ही 182 लोग लापता हैं और 61 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है, तो आंकड़े कैसे सही हैं?” अधिकारियों के अनुसार, बालासोर में तीन ट्रेनों की भिड़ंत में कम से कम 275 लोगों की मौत हुई है लेकिन गंभीर रुप से घायल तीन और यात्रियों की मौत के बाद आकंड़ा 278 पहुंच गया है जबकि 1,175 घायल हुए हैं साथ ही 200 लोगों का इलाज जारी है।