Edited By Parminder Kaur,Updated: 27 Aug, 2024 11:36 AM
रोपड़ के 5 साल के तेगबीर सिंह ने माउंट किलिमंजारो की चोटी पर चढ़कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई 19,340 फीट (5895 मीटर) है। तेगबीर अब सबसे कम उम्र का एशियाई पर्वतारोही बन गया है। उसने 18 अगस्त को ट्रैकिंग शुरू की और 23 अगस्त...
नेशनल डेस्क. रोपड़ के 5 साल के तेगबीर सिंह ने माउंट किलिमंजारो की चोटी पर चढ़कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई 19,340 फीट (5895 मीटर) है। तेगबीर अब सबसे कम उम्र का एशियाई पर्वतारोही बन गया है। उसने 18 अगस्त को ट्रैकिंग शुरू की और 23 अगस्त को चोटी पर पहुंच गया। यह ट्रैक कम ऑक्सीजन वाला होता है, इसलिए चढ़ाई से पहले खास तैयारी की जरूरत होती है। तेगबीर ने सभी चुनौतियों को पार कर लिया।
माउंट किलिमंजारो की चोटी पर सामान्यत: तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहता है। तेगबीर को उसकी इस उपलब्धि के लिए तंजानिया नेशनल पार्क के कंजर्वेशन कमिश्नर ने माउंटेन क्लाइंबिंग सर्टिफिकेट से सम्मानित किया।
तेगबीर शिवालिक पब्लिक स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ता है। इससे पहले सर्बिया के ओगनजेन जिवकोविक ने 5 साल की उम्र में माउंट किलिमंजारो की चोटी पर चढ़ने में सफलता प्राप्त की थी। तेगबीर ने ओगनजेन का रिकॉर्ड तोड़ा और सबसे कम उम्र का एशियाई और भारतीय पर्वतारोही बन गया।
तेगबीर ने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच बिक्रमजीत सिंह घुम्मण (रिटायर्ड हैंडबाल कोच) और अपने परिवार को दिया। तेगबीर के पिता सुखविंदरदीप सिंह भी इस यात्रा पर उनके साथ गए थे। उन्होंने बताया कि तेगबीर ने इस चढ़ाई की तैयारी लगभग एक साल पहले शुरू की थी। घुम्मण ने उसे प्रशिक्षण दिया और दिल-फेफड़ों की ताकत बढ़ाने के लिए अभ्यास कराया। तेगबीर रोज करीब 8-10 किमी पैदल चलता था और हर चढ़ाई के साथ तापमान में गिरावट आती जाती थी। वह एक सप्ताह तक माइनस डिग्री तापमान और कम ऑक्सीजन वाले क्षेत्र में रहा।
तेगबीर की मां डॉ. मनप्रीत कौर ने कहा कि इस सफर में सही खुराक ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कोच के निर्देशों का पालन किया गया। तेगबीर ने अपने परिवार, कोच और दोस्तों के साथ पर्वतारोही सानवी सूद का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने छोटी उम्र में पर्वतारोहण का एक उदाहरण प्रस्तुत किया। तेगबीर 30 अगस्त को रोपड़ लौटेगा।