RBI के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव ने बजट के लिए वित्त मंत्री को दिया ये सुझाव

Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Jan, 2023 12:03 PM

former rbi governor subbarao gave suggestion to the fm for the budget

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को फाइनेंशियल ईयर 2023-24 का आम बजट पेश करेंगी। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी फुल बजट है। अगले साल देश में आम चुनाव होने हैं। इसलिए माना जा रहा है कि इस बार बजट में लोकलुभावन

बिजनेस डेस्कः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को फाइनेंशियल ईयर 2023-24 का आम बजट पेश करेंगी। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी फुल बजट है। अगले साल देश में आम चुनाव होने हैं। इसलिए माना जा रहा है कि इस बार बजट में लोकलुभावन घोषणाओं पर जोर हो सकता है लेकिन आरबीआई के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव का कहना है कि बजट में लोकलुभावन घोषणाओं के बजाय परफॉरमेंस पर बात होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बजट में रेवड़ियां बांटने के बजाय रोजगार पैदा करने पर जोर होना चाहिए। इसी से गरीब आबादी का भला होगा। सुब्बाराव ने सुझाव दिया कि ऐसे सेक्टर्स को पीएलआई स्कीम में लाना चाहिए जहां बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलता है।

आरबीआई के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव ने एक लेख में वित्त मंत्री को बजट के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की बातें की जा रही हैं कि इस बजट में वित्त मंत्री लोकलुभावन योजनाओं की झड़ी लगा देंगी। अगर वह ऐसा करती हैं तो इससे हैरानी होगी। इसकी वजह है कि महामारी में उन्होंने काफी समझबूझ के साथ जरूरत के मुताबिक खर्च किया। इसलिए उस अनुशासन को बनाए रखने की जरूरत है। जो सरकार दस साल से सत्ता में है उसे वादों के आधार पर नहीं बल्कि परफॉरमेंस के आधार पर चुनाव में जाना चाहिए। उन्हें रेवड़ियों से बचना चाहिए।

रोजगार पर हो जोर

सुब्बाराव ने कहा कि भारत सात फीसदी की दर के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ रही इकॉनमी है। हम आज तेजी से बढ़ रहे हैं क्योंकि महामारी के दौरान हम सबसे ज्यादा गिरे थे। कई देशों ने महामारी के पूर्व ग्रोथ की रफ्तार पकड़ ली है लेकिन हम अभी वहां तक नहीं पहुंच पाए हैं। 2021-22 में एवरेज इनकम रियल टर्म में 2018-19 के मुकाबले कम रही। गरीब आबादी पर इसका सबसे ज्यादा असर हुआ है। इसलिए बजट में पूरा जोर ग्रोथ पर होना चाहिए। ग्रोथ के लिए निवेश जरूरी है। आज हम जो निवेश करेंगे वह भविष्य की नींव रखेगा। पिछले दो साल में वित्त मंत्री ने चतुराई के साथ पब्लिक इनवेस्टमेंट किया है। इस बजट में भी यह दौर जारी रहना चाहिए।

आरबीआई के पूर्व गवर्नर का कहना है कि बजट में रोजगार सृजन पर जोर होना चाहिए। नौकरियों से ही देश की गरीब आबादी की इनकम बढ़ेगी। उनकी जेब में पैसा आएगा तो वे इसे खर्च करेंगे। इससे ग्रोथ बढ़ेगी और देश समृद्धि की ओर बढ़ेगा। बेरोजगारी की समस्या का कोई आसान समाधान नहीं है। केवल ग्रोथ से यह हल नहीं होगा। हमें नौकरी पैदा करने वाली ग्रोथ चाहिए। सर्विस सेक्टर से मदद मिल सकती है लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे कम वेतन वाले जॉब मिलेंगे। इसलिए नौकरी पैदा करने के लिए मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना होगा।
 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!