Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Mar, 2023 04:10 PM

Apple Inc. की पार्टनर फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप ने स्थानीय उत्पादन को बढ़ाने के लिए भारत में एक प्लांट स्थापित करने की योजना बना रही है, जिसके लिए वह लगभग $700 मिलियन यानी 576 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। यह निवेश भारत में फॉक्सकॉन के अब तक के सबसे...
बिजनेस डेस्कः Apple Inc. की पार्टनर फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप ने स्थानीय उत्पादन को बढ़ाने के लिए भारत में एक प्लांट स्थापित करने की योजना बना रही है, जिसके लिए वह लगभग $700 मिलियन यानी 576 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। यह निवेश भारत में फॉक्सकॉन के अब तक के सबसे बड़े इन्वेस्टमेंट में से एक है। ब्लूमबर्ग ने एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है।
भारत के कर्नाटक में करेगी निवेश
ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन को अपनी फ्लैगशिप यूनिट होन हाई प्रिसिजन इंडस्ट्री कंपनी (Hon Hai Precision Industry Co) के लिए भी जाना जाता है। कंपनी ने दक्षिणी भारतीय राज्य कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हवाई अड्डे के करीब 300 एकड़ की साइट पर iPhone के तमाम तरह के पार्ट और पुर्जे बनाने के लिए प्लांट स्थापित करने की योजना बनाई है। जानकारों का कहना है कि फैक्ट्री Apple के हैंडसेट को भी यहां असेंबल कर सकती है। इसके अलावा कुछ लोगों कहना है कि फॉक्सकॉन अपने नए इलेक्ट्रिक वाहन बिजनेस के लिए भी यहां कुछ उत्पादन कर सकती है।
चीन को लगा झटका
फॉक्सकॉन का भारत में निवेश चीन के लिए चिंता का विषय है। पिछले कई सालों से हम देख रहे हैं चीन में स्थापित कंपनियां भारत को अपना नया ठिकाना बनाती जा रही हैं। फॉक्सकॉन के इस निवेश से पता चलता है कि कैसे चीन को कंज्यूमर्स इलेक्ट्रॉनिक्स के दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक के रूप में अपनी स्थिति खोने का खतरा मंडरा रहा है। अगर चीन को लेकर वैश्विक स्तर पर तनाव बढ़ता है तो भारत को आने वाले समय में और फायदा होने की उम्मीद है।
एक लाख नौकरियां पैदा होने की उम्मीद
फॉक्सकॉन के इस निवेश से भारत में लगभग 100,000 नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। चीनी शहर झेंग्झौ में कंपनी का विशाल आईफोन असेंबली कॉम्प्लेक्स इस समय लगभग 200,000 को रोजगार देता है, हालांकि पीक प्रोडक्शन सीजन के दौरान यह संख्या बढ़ जाती है। होन हाई के अध्यक्ष यंग लियू ने इस सप्ताह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। हालांकि निवेश से जुड़ी योजनाओं पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। कर्नाटक सरकार ने भी तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।