Edited By jyoti choudhary,Updated: 27 Apr, 2021 05:21 PM
निजी क्षेत्र की कंपनी जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने मंगलवार को कहा कि इस समय उनके लिए अपने इस्पात कारखाने में इस्पात का उत्पादन करने से कहीं अधिक बड़ा काम कोविड-19 महामारी से जूझ रहे देश के लागों की जीवन रक्षा के प्रयास में हाथ बंटाना...
बिजनेस डेस्कः निजी क्षेत्र की कंपनी जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने मंगलवार को कहा कि इस समय उनके लिए अपने इस्पात कारखाने में इस्पात का उत्पादन करने से कहीं अधिक बड़ा काम कोविड-19 महामारी से जूझ रहे देश के लागों की जीवन रक्षा के प्रयास में हाथ बंटाना है। उन्होंने कहा कि समूह की इस्पात इकाई रोगियों के लिए जरूरी प्राण रक्षक गैस तरल चिकित्सकीय ऑक्सीजन (एलएमओ) की किल्लत कम करने के लिए इसकी आपूर्ति बढ़ाएगी।
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उन्होंने संकेत दिया कि ऑक्सीजन को अस्पतालों को देने के लिए कंपनी अपने इस्पात उत्पादन के साथ समझौता भी कर सकती है। जिंदल ने कहा कि कंपनी के किसी संसाधन की देश को जब तक जरूरत है, तब तक वह उसका त्याग करने को तैयार है।
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गौरतलब है कि केंद्रीय इस्पात मंत्रालय के निर्देश पर देश की इस्पात कंपनियों ने अपने कारखानों से एलएमओ विभिन्न राज्यों में अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी पूरा करने के लिए भेजनी शुरू कर दी है। जिंदल ने एक बयान में कहा कि इस समय ‘लोगों की जीवन रक्षा करना इस्पात बनाने से ज्यादा जरूरी है। कंपनी के संसाधन की देश को जब तक जरूरत है, उसके लिए उत्पादन का त्याग किया जा सकता है।’
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इस्पात मंत्रालय के अनुसार इस्पात विनिर्माण संयंत्र पहले अपने पास 3.5 दिन की जरूरत की आक्सीजन का स्टाक रखते थे। पर आज चिकित्सा की जरूरत को पूरा करने के उन्होंने केवल आधा दिन की जरूरत की ही गैस का रिजर्व रखना शुरू किया है।