Afghanistan: काबुल के गुरुद्वारे में रह रहे 150 सिख भारत लौटने के इंतजार में

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 21 Jun, 2022 08:49 AM

afghanistan gurdwara

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से राजधानी काबुल के एक गुरुद्वारे में रह रहे 150 से अधिक सिख भारत आने के लिए वीजा पाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यह वही गुरुद्वारा है जहां शनिवार को आतंकवादियों ने हमला किया था।

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नई दिल्ली (एजैंसी): अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से राजधानी काबुल के एक गुरुद्वारे में रह रहे 150 से अधिक सिख भारत आने के लिए वीजा पाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यह वही गुरुद्वारा है जहां शनिवार को आतंकवादियों ने हमला किया था। 

गुरुद्वारा करता-ए-परवान के अध्यक्ष गुरुनाम सिंह ने काबुल से टेलीफोन पर बताया कि भारत सरकार से अपील की कि हिंदुओं और सिखों को सुरक्षित निकालने के अभियान में तेजी लायी जाए। इस बीच सरकार ने गुरुद्वारे पर हमले के बाद सौ से ज्यादा सिखों और हिंदुओं के लिए ई-वीजा जारी किए हैं। गुरुनाम सिंह ने कहा कि तालिबान के लौटने के बाद से 150 से अधिक सिख भारत आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उनके पास वैध भारतीय वीजा भी थे लेकिन उन्हें रद्द कर दिया गया। वे काबुल में अपनी दुकानें बेचने और पूरी तरह से वहां से निकलने के लिए तैयार हैं। वे रातों को सो नहीं पा रहे हैं और दिन गिन रहे हैं। 

अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने रविवार को उनसे मुलाकत की थी और क्षतिग्रस्त गुरुद्वारे की मरम्मत में मदद का आश्वासन दिया था। लेकिन अब वक्त आ गया है कि (भारत) सरकार तेजी लाए। भारत सरकार ने जो बचाव अभियान शुरू किया था वह अभी समाप्त नहीं हुआ है। अभी भी बहुत से लोग हैं जो भारत आना चाहते हैं और कई माह से वीजा का इंतजार कर रहे हैं।    
सौ से अधिक वीजा जारी करने के सरकार के कदम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। हम सरकार से बचाव अभियान में तेजी लाने, उड़ाने भेजने और ऐसे तरीके तलाशने की अपील करते हैं जिससे इन लोगों की रोजी-रोटी प्रभावित नहीं हो।’’  

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