Edited By Niyati Bhandari,Updated: 23 Feb, 2023 11:26 AM

कांच के छोटे टुकड़ों से श्री हरिमंदिर साहिब, शहीद-ए-आजम भगत सिंह, बाबा फरीद, नोबेल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा
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जालंधर (धवन): कांच के छोटे टुकड़ों से श्री हरिमंदिर साहिब, शहीद-ए-आजम भगत सिंह, बाबा फरीद, नोबेल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा व अन्य शख्सियतों की प्रतिमाएं बनाने वाले न्यूयार्क से आए मोजैक कलाकार हरजीत सिंह संधू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को कहा है कि वह चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह की प्रतिमा लगाने की पेशकश करते हैं।
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इस प्रतिमा को कांच के छोटे टुकड़ों से तैयार किया गया है और लगभग एक लाख रुपए की राशि खर्च करके वह इसे न्यूयार्क से पंजाब लेकर आए हैं।
हरजीत सिंह संधू ने बताया कि मोजैक कला 2000 वर्ष पुरानी है और यह सबसे पहले इटली में अस्तित्व में आई थी। उन्होंने कहा कि अब तक वह शहीद करतार सिंह सराभा, अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, ऑस्कर अवार्ड का लोगो व अन्य शख्सियतों की प्रतिमाएं कांच के टुकड़ों से तैयार कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि अभी तक लगभग 11-12 प्रतिमाएं बनाई हैं और एक प्रतिमा को तैयार करने में लगभग एक वर्ष का समय लगता है। अब वह अमर शहीद लाला जगत नारायण की प्रतिमा भी कांच के छोटे टुकड़ों से तैयार करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब का चित्र जो उन्होंने तैयार किया है उसे वह शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को सौंपने के लिए तैयार हैं।
1986 में पंजाब से सरकारी अध्यापक (पी.टी. मास्टर) का पद छोड़ने के बाद न्यूयार्क (अमरीका) में बसे हरजीत संधू ने कहा कि सबसे पहले उन्होंने 2010-11 में बाबा फरीद की प्रतिमा कांच के शीशों से बनाई थी। बलदेव सिंह ने उन पर हाल ही में ‘पोटे बोल पए’ पुस्तक लिखी थी तथा डा. सरोज भी उन पर अंग्रेजी भाषा में एक पुस्तक लिख रही हैं।
