Edited By Prachi Sharma,Updated: 04 May, 2025 07:48 AM

एक राजा के महल के बगीचे में एक कौवा अपनी मादा के साथ रहता था। वे बगीचे के सबसे बड़े पेड़ पर रहते थे। उसी पेड़ के नीचे एक अजगर का बिल था। कौवे को पता था कि अजगर वहीं रहता है फिर भी वे उस पेड़ पर
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Inspirational Story: एक राजा के महल के बगीचे में एक कौवा अपनी मादा के साथ रहता था। वे बगीचे के सबसे बड़े पेड़ पर रहते थे। उसी पेड़ के नीचे एक अजगर का बिल था। कौवे को पता था कि अजगर वहीं रहता है फिर भी वे उस पेड़ पर ही काफी समय से रह रहे थे। दोनों सुबह के समय चारे की तलाश में निकल जाते और शाम को लौटते थे। इसी तरह समय बीत रहा था।
एक दिन मादा कौवे ने दो अंडे दिए। दोनों बहुत खुश थे। अगले दिन दोनों कौवे अंडों को घोसले में छोड़कर चारा ढूंढने चले गए। शाम को वे खाना लेकर लौटे। आकर उन्होंने देखा कि अंडे वहां पर नहीं थे। इससे दोनों बहुत दुखी हुए। इसके कुछ दिनों के बाद मादा कौवे ने दोबारा अंडे दिए। अगले दिन वे फिर रोज की तरह खाने की तलाश में चले गए। उनके जाने के बाद अजगर आया और पहले की तरह कौवे के अंडे खा लिए। शाम को लौटने के बाद उन्होंने देखा कि वहां से अंडे फिर गायब थे। यह देखकर दोनों बहुत दुखी हुए और रोने लगे।

उनको अब समझ आ चुका था कि यह जरूर पेड़ के नीचे रहने वाले दुष्ट अजगर का काम है। कौवा बहुत होशियार था, उसने अजगर से छुटकारा पाने की सोची। उसने एक दिन जब रानी तालाब में नहा रही थी तब रानी का एक हार चुरा लिया। सैनिकों ने यह सब देख लिया। वे कौवे के पीछे लग गए। कौवे ने वह हार ले जाकर अजगर के बिल में डाल दिया। जब सैनिक हार निकालने लगे तो उनको अजगर दिखाई दिया। सैनिकों ने अजगर को मार दिया और हार ले लिया। इस तरह कौवे ने अजगर से छुटकारा पा लिया और दोनों खुशी से रहने लगे।
