Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Feb, 2023 09:29 AM
महाशिवरात्रि हिन्दुओं के सबसे बड़े पर्वों में से एक है। महाशिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन का एक महान पर्व है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इसलिए भक्तगण महा शिवरात्रि को गौरी-शंकर की शादी की
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Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि हिन्दुओं के सबसे बड़े पर्वों में से एक है। महाशिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन का एक महान पर्व है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इसलिए भक्तगण महा शिवरात्रि को गौरी-शंकर की शादी की सालगिरह के रूप में मानते हैं। महाशिवरात्रि को अत्यन्त महत्वपूर्ण और पवित्र माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि की रात आध्यात्मिक शक्तियां जागृत होती हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन ज्योतिष उपाय करने से आपकी सभी परेशानियां खत्म हो सकती हैं।
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Mahashivratri 2023 Shubh Yoga: इस बार महाशिवरात्रि पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इनमें पूजा करने से मिलेगा कई गुणा फल। इस साल महाशिवरात्रि के व्रत के साथ ही शनि प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। प्रदोष व्रत में भगवान शिव की शाम को पूजा की जाती है। कहते हैं कि संध्याकाल में भोलेनाथ कैलाश पर प्रसन्न मुद्रा में नृत्य करते हैं, इस दौरान महादेव की आराधना करने वाले भक्त को शिव का आशीर्वाद जरूर मिलता है। शनि प्रदोष शनि दोष दूर करने वाला माना गया है।
Mahashivratri shubh muhurat 2023: एक ही दिन महाशिवरात्रि और शनि प्रदोष है। त्रयोदशी तिथि 17 फरवरी 2023 को रात 11.36 बजे से और अगले दिन 18 फरवरी 2023 को रात 8.02 बजे पर समाप्त होगी। महाशिवरात्रि में शिव की पूजा मध्य रात्रि (निशिता काल मुहूर्त) और रात्रि के चार प्रहर में होती है ऐसे में महाशिवरात्रि के दिन यानी 18 फरवरी को सूर्योदय से लेकर पूरे 24 घंटे यानी 19 फरवरी सूर्योदय तक भोलेनाथ को प्रसन्न करने का खास अवसर प्राप्त होगा।
गुरमीत बेदी
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