Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 Aug, 2023 09:19 AM
सावन के लगभग दो महीने बीतने के बाद आज सावन के आखिरी मंगला गौरी व्रत का शुभ आगमन हुआ है। सावन के महीने में कुंवारी और सुहागन
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Mangla Gauri Vrat: सावन के लगभग दो महीने बीतने के बाद आज सावन के आखिरी मंगला गौरी व्रत का शुभ आगमन हुआ है। सावन के महीने में कुंवारी और सुहागन महिलाएं मां मंगला गौरी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उनकी पूजा और व्रत करती हैं। कहते हैं मां मंगला गौरी को प्रसन्न करने से मनचाहे वर की प्राप्ति होती है और घर-गृहस्थी का हर सुख प्राप्त होता है।
Mangala Gauri fast मंगला गौरी व्रत
अधिक मास होने के कारण इस बार सावन पूरे 58 दिन का हो गया था। आमतौर पर सावन में मंगला गौरी व्रत 4-5 बार आता है लेकिन इस बार पूरे 9 मंगला गौरी व्रतों का शुभ आगमन हुआ था। आज आखिरी मंगला गौरी व्रत 29 अगस्त को रखा जाएगा। माता पार्वती ने भगवान शिव को प्राप्त करने के लिए खुद इस व्रत की शुरुआत की थी। तभी से सभी सौभाग्यवती महिलाएं और कुंवारी लड़कियां इस व्रत को रखती आ रही हैं। यह व्रत हर तरह का मंगल करने वाला है, शायद तभी इसे मंगला गौरी व्रत कहा जाता है।
Worship like this to please Mother Parvati माता पार्वती को खुश करने के लिए ऐसे करें पूजा
सुबह स्नान करने से पहले पूरे घर की अच्छे से साफ-सफाई करें। भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति चौंकी पर स्थापित करें। फिर भगवान शिव को गोपी चंदन का तिलक लगाएं, मां मंगला गौरी को सिंदूर लगा कर कुमकुम से तिलक करें। धूप, दीप से पूजा कर फल और फूल अर्पित करें। मां मंगला की कथा करें, फिर भगवान शिव की आरती करने के बाद माता पार्वती की आरती का गुनगान करें।
Chant this powerful mantra इस शक्तिशाली मंत्र का करें जप
मम पुत्रापौत्रासौभाग्यवृद्धये श्रीमंगलागौरीप्रीत्यर्थं पंचवर्षपर्यन्तं मंगलागौरीव्रतमहं करिष्ये