Shardiya Navratri and Solar Eclipse 2025: शारदीय नवरात्रि पर सूर्य ग्रहण का साया, जानें क्या पहले दिन होगी घटस्थापना?

Edited By Updated: 16 Sep, 2025 06:48 AM

sharadiya navratri and solar eclipse

Sharadiya Navratri and Solar Eclipse 2025: 22 सितंबर 2025 से शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ होने जा रहा है। मां भगवती का आगमन हाथी पर होगा। इसी दिन वर्ष का आखिरी सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है। ऐसे में क्या हो पाएगी घटस्थापना? ये विचारणीय विषय है। 21...

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Sharadiya Navratri and Solar Eclipse 2025: 22 सितंबर 2025 से शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ होने जा रहा है। मां भगवती का आगमन हाथी पर होगा। इसी दिन वर्ष का आखिरी सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है। ऐसे में क्या हो पाएगी घटस्थापना? ये विचारणीय विषय है। 21 सितंबर 2025 आश्विन कृष्ण पक्ष पर सर्व पितृ अमावस्या की रात साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 11 बजे से लेकर देर रात 3 बजकर 23 मिनट तक लगेगा। भारत में ये ग्रहण न तो दिखाई देगा और न ही सूतक काल (ग्रहण से पूर्व का अपवित्र माना जाने वाला समय) मान्य होगा। नवरात्रि पर्व पर भी सूर्य ग्रहण का साया अपना कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाएगा।

 Sharadiya Navratri and Solar Eclipse

Sharadiya Navratri Ghatasthapana Muhurta and Solar Eclipse शारदीय नवरात्रि घटस्थापना मुहूर्त और सूर्य ग्रहण
भारत में शारदीय नवरात्रि को बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। कहते हैं नवरात्रि का आरंभ भक्तों के मन में उमंग और उल्लास लेकर आता है और वहीं इसके सकारात्मक प्रभाव की वजह से नकारात्मक माहौल की समाप्ति होती है। इन 9 दिनों के दौरान ब्रह्माण्ड की सारी शक्ति की डोर मां दुर्गा के पास रहती है। इस वजह से इस पर्व को शक्ति नवरात्रि भी कहा जाता है। इन दिनों में मां दुर्गा की पूजा करने से उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है और साथ में ग्रहों से जुड़ी हर दिक्कत भी दूर हो जाती है। शारदीय नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है लेकिन इसके लिए मुहूर्त का पता होना बहुत जरुरी है। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भारत पर अपना प्रभाव नहीं डाल रहा है तो है ऐसे में यहां बताए जा रहे मुहूर्त में कलश स्थापना की जाएगी।

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Shardiya Navratri Ghatasthapana muhurat शारदीय नवरात्र 2025 के लिए कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त: 22 सितम्बर को शारदीय नवरात्रि का आरंभ प्रतिपदा तिथि से होगा। पहले दिन शैलपुत्री की पूजा होगी और साथ में कलश स्थापन की जाएगी। कलश स्थापन का शुभ मुहूर्त प्रात: 6 बजे से लेकर 8 बजे तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:49 से लेकर दोपहर 12:38 मिनट तक है। कलश स्थापन के दिन हस्त नक्षत्र के साथ ब्रह्म योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण होगा।

 Sharadiya Navratri and Solar Eclipse
प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ - सितम्बर 22, 2025 को 01:23 ए एम बजे
प्रतिपदा तिथि समाप्त - सितम्बर 23, 2025 को 02:55 ए एम बजे
कन्या लग्न प्रारम्भ - सितम्बर 22, 2025 को 06:09 ए एम बजे
कन्या लग्न समाप्त - सितम्बर 22, 2025 को 08:06 ए एम बजे

 Sharadiya Navratri and Solar Eclipse
Navratri Ghatasthapana puja material list नवरात्रि घटस्थापना पूजन सामग्री लिस्ट
सप्त धान्य (7 तरह के अनाज), मिट्टी का एक बर्तन, मिट्टी, कलश, गंगाजल (उपलब्ध न हो तो सादा जल), पत्ते (आम या अशोक के), सुपारी, जटा वाला नारियल और अक्षत।

 Sharadiya Navratri and Solar Eclipse
Method of Ghatasthapana in Shardiya Navratri शारदीय नवरात्रि में घटस्थापना की विधि
सबसे पहले तो आज के दिन अपने सामर्थ्य अनुसार व्रत का संकल्प लें। संकल्प के बाद एक मिट्टी के पात्र में पवित्र मिट्टी को रखें और फिर उसमें जौ बोएं। एक बात का ध्यान रखें कि ईशान कोण में कलश स्थापना शुभ मानी जाती है। इसके बाद पूजा की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर मां दुर्गा की तस्वीर स्थापित करें। मिट्टी या तांबे का एक कलश लें, फिर उसमें गंगा जल भरकर सिक्का, अक्षत, सुपारी और लौंग का जोड़ा डाल दें। कलश पर आम के पत्ते लगाकर उसके ऊपर नारियल रख दें। अंत में जौ वाले पात्र और कलश को मां दुर्गा की तस्वीर की दाई तरफ स्थापित कर दें। इसके बाद सच्चे मन से जगत जननी मां दुर्गा का आह्वाहन करें। इस विधि के मुताबिक पूजा करने से मां दुर्गा कभी भी अपने भक्तों की झोली खाली नहीं रखती हैं।  

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