Edited By Niyati Bhandari,Updated: 21 Feb, 2022 12:05 PM

अपने रोजमर्रा के जीवन में जो काम किए जाते हैं उनमें से कुछ बातों की आदत पड़ जाती है। जो धीरे-धीरे लत बन जाती है। कुछ आदतें ऐसे होती हैं जो लगता है की यह सामान्य हैं लेकिन जिस वंश में आ जाती हैं
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Shukraniti: अपने रोजमर्रा के जीवन में जो काम किए जाते हैं उनमें से कुछ बातों की आदत पड़ जाती है। जो धीरे-धीरे लत बन जाती है। कुछ आदतें ऐसे होती हैं जो लगता है की यह सामान्य हैं लेकिन जिस वंश में आ जाती हैं उस कुल का अंत कर देती हैं। शुक्रनीति के अनुसार 4 ऐसी आदते हैं जिनके करीब कभी भी किसी हालत में नहीं जाना चाहिए।
शुक्रनीति के श्लोक अनुसार- अनृतात् पारदार्याच्च तथाभक्ष्यस्य भक्षणात्। अगोत्रधर्माचरणात् क्षिप्रं नश्यति वै कुलम्।।
अर्थात- झूठ बोलना न केवल बुरी आदत है बल्कि पाप का भागी भी बनाती है। झूठ बोलने वाला चाहे स्वयं के हित को ध्यान में रखते हुए झूठ का सहारा लेता है लेकिन भविष्य में उसे दुःखों और परेशानियों से रू-ब-रू होना पड़ता है। कभी भी झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए।

हर परिवार की अपनी-अपनी परंपराएं होती हैं। उनका मान-सम्मान सभी छोटे-बड़े सदस्यों को करना चाहिए अन्यथा कुल का नाश होते समय नहीं लगता।

न केवल शुक्रनीति में बल्कि हिंदू धर्म के सभी शास्त्रों में पराई महिला पर बुरी नजर डालना अथवा उससे उसकी इच्छा के विरूद्ध या सहमती से संबंध स्थापित करना महापाप माना गया है। जो पुरूष ऐसा करता है मरणोपरांत उसका वास नरक में होता है। इस पाप से वंश का तो नाश होता ही है साथ ही इसके दुष्प्रभाव का दाग आने वाली पीढ़ियों पर भी लग जाता है।

हिंदू धर्म के सभी धर्म शास्त्रों में मांस खाने की मनाही है। जो व्यक्ति जीव हत्या करके उसका सेवन करता है वह मनुष्य नहीं बल्कि राक्षस के समान है। भगवान ऐसे व्यक्ति पर कभी अपनी कृपा नहीं करते। उन्हें किसी भी धार्मिक काम का फल प्राप्त नहीं होता। मांसाहारी लोगों के जीवन में कभी स्थिरता नहीं आती।