Edited By Jyoti,Updated: 07 Apr, 2018 04:58 PM
फर्नीचर हर घर का बहुत ही खूबसूरत व अहम हिस्सा माना जाता है। इसीलिए आजकल लोग अपने घर में नए-नए डिजाइन के फर्नीचर रखना पसंद करते हैं ताकि उनका घर बेहद सुंदर दिखे। जिनमें से जिस भी घर में लकड़ी का फर्नीचर होता है वहां सदैव सुख-शांति बनी रहती है
फर्नीचर हर घर का बहुत ही खूबसूरत व अहम हिस्सा माना जाता है। इसलिए आजकल लोग अपने घर में नए-नए डिजाइन के फर्नीचर रखना पसंद करते हैं ताकि उनका घर बेहद सुंदर दिखे। अगर बात की जाए वास्तु शास्त्र की तो लकड़ी का फर्नीचर घर में रखने से सुख-समृद्धि का आगमन होता है व परिवार में अधिक खुशहाली आती है। परंतु अगर इसे घर में लाने से पूर्व वास्तुशास्त्र में बताए गए नियमों का पालन न किया जाए तो इसके बुरे प्रभाव से घर की सुख-शांति पर गहरा असर होता है। तो यदि आप भी अपने घर में लकड़ी का फर्नीचर रखने की सोच रहे हैं तो एक बार वास्तु में बताए गए टिप्स को जरूर जान लें-
फर्नीचर को हमेशा किसी शुभ दिन ही खरीदें। इसे शनिवार, मंगलवार या फिर अमावस्या के दिन कभी नहीं खरीदना चाहिए, इससे घर की सुख-शांति भंग होती है।
वास्तु के अनुसार फर्नीचर खरीदते समय ध्यान रखें कि किस लकड़ी से बना सामान खरीदकर ले जा रहे हैं। हमेशा चंदन, सागवान, साल, नीम, शीशम, अशोका का ही बना सामान अपने घर पर खरीद कर लेकर जाएं।
इस बात का विशेष ध्यान रखें कि फर्नीचर की लकड़ी किसी पॉजिटिव ट्री की हो। जैसे शीशम, चंदन, अशोका, सागवान, साल, अर्जुन या नीम। इससे बना फर्नीचर घर में रहने वाल लोगों को हमेशा शुभ फल प्रदान करता है।
यदि घर में वुडवर्क का काम करवाना हो तो हमेशा दक्षिण या पश्चिम दिशा में शुरू कर व उत्तर पूर्व में खत्म करें। ऐसा करना घर के लोगों की तरक्की के लिए अच्छा माना जाता है। इसके अलावा फर्नीचर बनवाने के लिए लकड़ी हमेशा शुभ मुहूर्त देखकर ही खरीदनी चाहिए और इसे उत्तर-पूर्व दिशा में न रखें। इससे फर्नीचर बनाने की प्रक्रिया में बाधाएं आने लगती हैं और मनी फ्लो भी प्रभावित होता है।
आर्थिक नुकसान से बचाव हेतु हल्का फर्नीचर उत्तर-पूर्व दिशा में सजाना चाहिए। जब्कि भारी फर्नीचर दक्षिण और पश्चिम दिशा में रखना चाहिए।
जरुरत से ज्यादा कोनों वाले फर्नीचर को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए कोशिश करें कि घर में कम से कम कॉर्नर वाला फर्नीचर ही रखें।