Edited By Niyati Bhandari,Updated: 21 Sep, 2023 08:54 PM
वास्तु शास्त्र के अनुसार जो घर आकार से वर्गाकार या आयताकार होता है, वह सबसे शुभ माना जाता है गोलाकार घर बिल्कुल भी नहीं लें, इससे बरकत कम होती है। घर के
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Vastu tips for home as per vastu: वास्तु शास्त्र के अनुसार जो घर आकार से वर्गाकार या आयताकार होता है, वह सबसे शुभ माना जाता है गोलाकार घर बिल्कुल भी नहीं लें, इससे बरकत कम होती है। घर के कमरों को बड़े और हवादार बनाएं, इन्हें साफ रखें, गंदगी बिल्कुल भी न रखें। बच्चों के कमरे में सरस्वती माता की प्रतिमा रखें, ताकि पढ़ाई में वे अव्वल रहें।
लिविंग रूम घर का सबसे एक्टिव कमरा होता है। मेहमान सबसे पहले यहीं आते हैं इसलिए इस रूम को घर का फर्स्ट इम्प्रैशन भी कह सकते हैं। अपने नए घर का फ्रंट या लिविंग रूम पूर्व, उत्तर या ईशान कोण में बनवाएं।
घर के लिए बनाया गया भारी फर्नीचर जैसे बिस्तर, टेबल और अलमारी को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए, इससे घर में शांति बनी रहेगी।
अच्छे स्वास्थ्य और मधुर संबंधों को बरकरार रखने के लिए घर का बैडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। उत्तर-पूर्व दिशा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बनती है, जबकि दक्षिण-पूर्व मुखी बैडरूम जोड़ों के बीच झगड़े और लड़ाई का कारक बनता है इसलिए जरूरी है कि घर का बैडरूम भी वास्तु के हिसाब से बने।
वास्तु के अनुसार घर की रसोई को दक्षिण-पूर्व में बनाना चाहिए।
वास्तुशास्त्र के अनुसार जिस घर में पूर्व दिशा का स्थान ऊंचा हो वहां वास्तु दोष लगता है। घर के लोगों को पेट संबंधी परेशानी झेलनी पड़ती है। घर में बरामदे की ढलान पश्चिम दिशा की ओर हो, तो भी परिवार के मुखिया को कई तरह की बीमारियों से गुजरना पड़ सकता है। पूर्व की दीवार पर सूर्य यंत्र स्थापित करने से वास्तु दोष से राहत मिलती है।
घर का पश्चिमी भाग नीचा हो तो इस वास्तु दोष का प्रभाव संतान को झेलना पड़ता है। घर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा की ओर होना अशुभ माना जाता है। पश्चिम दिशा में बना मुख्य द्वार घर में धन खर्च बढ़ाता है। इससे राहत पाने के लिए घर की पश्चिमी दीवार पर वरुण यंत्र लगाना चाहिए। घर की पश्चिम दिशा में अशोक का वृक्ष लगाने से भी वास्तु दोष दूर होते हैं।
घर की उत्तर दिशा ऊंची हो, उसमें चबूतरे न बने हों घर के सदस्यों की तरक्की में रुकावट आती है। लोगों को थकावट, आलस और घुटनों संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इससे छुटकारा पाने के लिए घर के पूजा स्थल में बुध यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। प्रवेश द्वार पर विंड चाइम लगाने से भी वास्तु दोष दूर होता है।