Edited By Niyati Bhandari,Updated: 28 Nov, 2022 07:23 AM
आज 28 नवंबर, सोमवार को विवाह पंचमी है। सनातन धर्म में विवाह पंचमी का बहुत महत्व है। पौराणिक मान्यता है कि भगवान राम और सीता का विवाह इसी दिन हुआ था और इसी आस्था के कारण विवाह पंचमी पर्व मनाया जाता है।
Vivah Panchami 2022: आज 28 नवंबर, सोमवार को विवाह पंचमी है। सनातन धर्म में विवाह पंचमी का बहुत महत्व है। पौराणिक मान्यता है कि भगवान राम और सीता का विवाह इसी दिन हुआ था और इसी आस्था के कारण विवाह पंचमी पर्व मनाया जाता है। सनातन धर्म में विवाह पंचमी को भगवान राम और माता सीता के विवाह के उत्सव के रूप में मनाने की परंपरा रही है। ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी देखें तो तुलसीदास ने रामचरितमानस के लेखन का कार्य भी विवाह पंचमी के दिन ही पूर्ण किया था।
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Sita Ram Vivah Story: शास्त्रों में इस बात का उल्लेख भी है कि मिथिला के राजा जनक अपनी प्रिय पुत्री सीता के लिए स्वयंवर का आयोजन करते हैं। सूचना पर भगवान श्रीराम अपने अनुज लक्ष्मण और गुरु के साथ उसमें शामिल होते हैं। एक-एक करके अनेक योद्धा शिव धनुष को तोड़ने का प्रयास करते हैं, लेकिन विफल हो जाते हैं। तब भगवान राम उस शिव धनुष को तोड़ते हैं और सीता जी उनके गले में वरमाला पहनाकर उनको अपना वर चुनती हैं। फिर मिथिला से यह शुभ समाचार अयोध्या पहुंचाया जाता है तो वहां हर्षोल्लास का वातावरण बन जाता है। दशरथ जी भरत और शत्रुघ्न को साथ लेकर बारात के साथ जनकपुर पहुंचते हैं। फिर मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को श्रीराम और सीता का विवाह होता है। तब से इस दिन को विवाह पंचमी के रूप में मनाने की परंपरा चली आई है।
Vivah Panchami upay: धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान राम और माता सीता की पूजा से कुंवारें लोगों को सुयोग्य जीवनसाथी की प्राप्ति होती है और विवाहित लोगों के वैवाहिक जीवन की सभी परेशानियां समाप्त होती है। जिन लोगों की शादी में बाधाएं उत्पन्न हो रही है, उन्हें विशेषकर विवाह पंचमी पर पूजन करना चाहिए। विवाह पंचमी पर यथोचित तरीके से पूजन करने पर सुयोग्य साथी की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा अर्चना करने से वैवाहिक जीवन भी सुखमय बनता है।
गुरमीत बेदी
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