Edited By Pardeep,Updated: 25 Jun, 2025 06:42 AM

जापान ने अपने क्षेत्र में पहली बार मिसाइल परीक्षण किया है। देश की सेना ने मंगलवार को यह घोषणा की। जापान, चीन के प्रतिरोध के लिए जवाबी हमला करने की क्षमता हासिल करने के लिए अपनी सैन्य तैयारियों को बढ़ा रहा है। जापान के उत्तरी मुख्य द्वीप होक्काइडो के...
इंटरनेशनल डेस्कः जापान ने अपने क्षेत्र में पहली बार मिसाइल परीक्षण किया है। देश की सेना ने मंगलवार को यह घोषणा की। जापान, चीन के प्रतिरोध के लिए जवाबी हमला करने की क्षमता हासिल करने के लिए अपनी सैन्य तैयारियों को बढ़ा रहा है। जापान के उत्तरी मुख्य द्वीप होक्काइडो के ‘शिजुनाई एंटी-एयर फायरिंग रेंज' में ‘टाइप-88' मिसाइल का परीक्षण किया गया, जो सतह से जहाज पर मार करने वाली कम दूरी की मिसाइल है।
अधिकारियों ने बताया कि ‘ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स' की पहली ‘आर्टिलरी ब्रिगेड' के अभ्यास में लगभग 300 सैनिक शामिल हुए, जिन्होंने होक्काइडो के दक्षिणी तट से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित जहाज पर प्रशिक्षण मिसाइल से निशाना साधा। इस जहाज में कोई मौजूद नहीं था। उन्होंने बताया कि अधिकारी अभी परीक्षण के परिणामों की जांच कर रहे हैं।
जापान में स्थान की कमी और सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण इसने पहले भी संधि सहयोगी अमेरिका और शीर्ष रक्षा साझेदार ऑस्ट्रेलिया के क्षेत्रों में मिसाइल परीक्षण किए हैं क्योंकि यहां प्रशिक्षण के लिए बड़े-बड़े मैदान उपलब्ध हैं। जापान के क्षेत्र में मंगलवार को किया गया पहला मिसाइल परीक्षण क्षेत्रीय समुद्र में चीन की बढ़ती आक्रामक नौसैनिक गतिविधियों को रोकने के लिए इसकी (जापान) अधिक आत्मनिर्भर सैन्य क्षमता की ओर बढ़ने तथा जवाबी हमला करने की क्षमता हासिल करने के प्रयासों को दर्शाता है।
जापान, चीन और रूस के बीच जापानी तटों के आसपास बढ़ते संयुक्त सैन्य अभ्यासों से भी चिंतित है। जापान वर्तमान में इस वर्ष के अंत में ‘टॉमहॉक' सहित लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों को तैनात करने की योजना बना रहा है। उसने अमेरिका से ‘टॉमहॉक' मिसाइल खरीदी है जापान टाइप 12 सतह से जहाज तक मार करने वाली मिसाइलें भी बढ़ा रहा है, जिनकी मारक क्षमता लगभग 1,000 किलोमीटर है जो टाइप 88 से 10 गुना अधिक है।