Edited By Rohini Oberoi,Updated: 19 Jun, 2025 11:09 AM

पश्चिम एशिया में इज़राइल और ईरान के बीच लगातार बढ़ रहे तनाव का असर अब वैश्विक हवाई यातायात पर भी साफ दिखाई देने लगा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की प्रमुख एयरलाइनों ने शुक्रवार 13 जून से इराक, जॉर्डन, लेबनान और ईरान के...
इंटरनेशनल डेस्क। पश्चिम एशिया में इज़राइल और ईरान के बीच लगातार बढ़ रहे तनाव का असर अब वैश्विक हवाई यातायात पर भी साफ दिखाई देने लगा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की प्रमुख एयरलाइनों ने शुक्रवार 13 जून से इराक, जॉर्डन, लेबनान और ईरान के लिए अपनी उड़ानों पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है।
सुरक्षा खतरा और एयरस्पेस क्लोजर बनी मुख्य वजह
इस फैसले के पीछे इन देशों के हवाई क्षेत्र में बढ़ते सुरक्षा खतरे और संभावित हवाई क्षेत्र बंद होने (एयरस्पेस क्लोजर) को मुख्य वजह बताया गया है। एयरलाइनों ने यह निर्णय यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियात के तौर पर लिया है। मौजूदा भू-राजनीतिक अस्थिरता के कारण नागरिक विमानों के लिए इन हवाई क्षेत्रों में उड़ान भरना जोखिम भरा माना जा रहा है।
यह भी पढ़ें: Good News: 1.65 लाख महिलाएं बनीं लखपति, इस सरकार ने दिया सुनहरा मौका
अन्य देशों की उड़ानें भी प्रभावित
मध्य पूर्व और कॉकस क्षेत्र में बढ़े तनाव के कारण केवल उपरोक्त देश ही नहीं बल्कि निम्नलिखित देशों के लिए भी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं या प्रभावित हुई हैं:
रूस
आर्मेनिया
उज़्बेकिस्तान
अज़रबैजान
जॉर्जिया
कज़ाख़स्तान
यह भी पढ़ें: Sunjay Kapur Funeral: आज होगा Sunjay Kapur का अंतिम संस्कार, जानिए कब और कहां दी जाएगी उनको अंतिम विदाई
यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण सलाह
एयरलाइनों और संबंधित अधिकारियों ने सभी यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी यात्रा योजनाओं को लेकर अपनी-अपनी एयरलाइन से लगातार संपर्क में रहें। उड़ान की ताज़ा जानकारी प्राप्त करने और किसी भी तरह के रीशेड्यूलिंग (पुनर्निर्धारण) या रीरूटिंग (मार्ग बदलने) के लिए जारी किए गए अपडेटेड नोटिस का पालन करना बेहद ज़रूरी है।
यदि आप इस सप्ताहांत इन प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो अत्यधिक सावधानी बरतें, लगातार अपडेटेड जानकारी प्राप्त करते रहें और यात्रा पर निकलने से पहले अपनी एयरलाइन से अपनी उड़ान की पुष्टि ज़रूर कर लें। इस स्थिति से अंतरराष्ट्रीय यात्राओं में काफी व्यवधान आने की संभावना है।