Edited By Tanuja,Updated: 01 Jun, 2025 06:08 PM

यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया है। यह हमला रूस के सुदूर इलाके साइबेरिया में हुआ, जहां एक सैन्य एयरबेस को निशाना बनाया गया। रूस के इरकुत्स्क क्षेत्र के गवर्नर ने ...
International Desk: यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया है। यह हमला रूस के सुदूर इलाके साइबेरिया में हुआ, जहां एक सैन्य एयरबेस को निशाना बनाया गया। रूस के इरकुत्स्क क्षेत्र के गवर्नर ने हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि यूक्रेनी ड्रोन ने श्रीदनी गांव में स्थित एक सैन्य इकाई पर हमला किया। यह पहली बार है जब साइबेरिया जैसे क्षेत्र पर इस तरह का हमला हुआ है। यूक्रेन के सुरक्षा सेवा (SBU) द्वारा चलाए गए इस अभियान में रूस के अंदर गहराई तक जाकर कई एयरबेस को निशाना बनाया गया।
यूक्रेनी मीडिया के मुताबिक, ओलेन्या और बेलाया जैसे एयरफील्ड्स पर हमला कर 40 से ज्यादा रूसी लड़ाकू और बमवर्षक विमानों को नुकसान पहुंचाया गया। इसके जवाब में रूस द्वारा यूक्रेन के सैन्य प्रशिक्षण केंद्र पर रविवार को मिसाइल से किये गए हमले में कम से 12 यूक्रेनियाई सैनिक मारे गए जबकि 60 से अधिक घायल हुए हैं। यूक्रेन की थलसेना ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। बयान में कहा गया कि हमला अपराह्न 12:50 बजे हुआ। उसने दावा किया कि हमले के समय कोई सैन्य तैयारी नहीं हो रही थी। यूक्रेन की थलसेना ने बताया कि हमले की परिस्थितियों का पता लगाने के लिए एक जांच आयोग का गठन किया गया है, जिसमें इतने कर्मी हताहत हुए हैं।
यूक्रेन का यह प्रशिक्षण केंद्र अग्रिम मोर्चे से करीब 1,000 किलोमीटर दूर है। हालांकि, इस स्थान को रूस के टोही और हमलावर ड्रोन निशाना बनाने में सक्षम हैं। यूक्रेन की सेना सैनिकों की कमी से जूझ रही है और एक स्थान पर सैनिकों के जमावड़े के प्रति अतिरिक्त सावधानी बरत रही है, क्योंकि अग्रिम मोर्चे पर आसमान रूसी ड्रोन से भरे हैं जो निशाने की तलाश में रहते हैं। यूक्रेन की थलसेना ने एक बयान में कहा, ‘‘यदि यह साबित हो जाता है कि अधिकारियों की कार्रवाई या निष्क्रियता के कारण सैनिक हताहत हुए हैं, तो जिम्मेदार लोगों की सख्ती से जवाबदेही तय की जाएगी।'' इस बीच, रूस के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को दावा किया कि यूक्रेन के उत्तरी सुमी क्षेत्र के ओलेक्सीवका गांव पर उसने कब्जा कर लिया है। यूक्रेन के अधिकारियों ने शनिवार को सुमी क्षेत्र की 11 और बस्तियों को खाली करने का आदेश दिया, क्योंकि रूसी सेनाएं क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रही हैं।