Edited By Pardeep,Updated: 21 Jun, 2025 09:59 PM

मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच, अमेरिका ने एक बड़ा सैन्य एयरलिफ्ट ऑपरेशन शुरू किया है। इस ऑपरेशन के तहत अमेरिका के कम से कम 10 C-17 ग्लोबमास्टर III सैन्य विमान यूरोप से हथियार प्रणालियां, रक्षा उपकरण और अन्य जरूरी सैन्य सामान लेकर मध्य पूर्व के...
इंटरनेशनल डेस्कः मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच, अमेरिका ने एक बड़ा सैन्य एयरलिफ्ट ऑपरेशन शुरू किया है। इस ऑपरेशन के तहत अमेरिका के कम से कम 10 C-17 ग्लोबमास्टर III सैन्य विमान यूरोप से हथियार प्रणालियां, रक्षा उपकरण और अन्य जरूरी सैन्य सामान लेकर मध्य पूर्व के अमेरिकी ठिकानों की ओर रवाना हो रहे हैं। यह कदम क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करने और संभावित खतरों का जवाब देने की तैयारी के तहत उठाया गया है।
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ऑपरेशन का उद्देश्य और स्केल
अमेरिका यूरोप से कम से कम 10 C‑17 ग्लोबमास्टर III सैन्य परिवहन विमानों को हवाई मार्ग से हथियार प्रणालियां, रिफ्यूलर्स और अन्य लॉजिस्टिक आवश्यकताएं भेज रहा है। ये सामान मध्यपूर्व में अमेरिकी सैन्य ठिकानों तक पहुंचाया जा रहा है ।
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हथियार प्रणालियों की तैनाती
इन विमानों के माध्यम से संभवतः THAAD और Patriot मिसाइल डिफेंस सिस्टम जैसे एयर-डिफेंस सिस्टम तैनात किए जा रहे हैं, जो मिसाइल या ड्रोन हमलों से रक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी हैं ।
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योजना और लॉजिस्टिकल जटिलता
ये विमानों यूरोप (विशेषकर जर्मनी का रामस्टीन एयरबेस) से उड़ान भरकर मध्यपूर्व (जैसे इसराइल, सऊदी अरब, बहराइन) में US एयरबेस तक पहुंच रहे हैं। हर एक C‑17 लगभग 77.5 टन लोड वहन कर सकता है, और यह कम रनवे पर उतरने की क्षमता रखता है ।
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रणनीतिक महत्व
यह आक्रमण नहीं बल्कि रक्षा‑संरक्षण रणनीति का हिस्सा है — इसका उद्देश्य अमेरिकी बलों और सहयोगियों को सुरक्षित रखना, और साथ ही तेहरान को एक संदेश देना है कि अमेरिका क्षेत्रीय आक्रामकता का जवाब देने को तैयार है ।
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बिल्कुल सक्रिय हमले नहीं
अमेरिका स्पष्ट कर चुका है कि यह कदम रक्षा‑मूलक है; इसमें कोई सक्रिय आक्रामक कार्रवाइयाँ नहीं की जा रहीं। अधिकृत अमेरिकी अधिकारी भी यह दोहरा चुके हैं कि कोई बॉम्बर या ड्रोन इजराइल या ईरान पर कहीं भेजा नहीं गया है ।