Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Feb, 2023 11:58 AM

26 फरवरी की तारीख भारत के इतिहास में बहुत बड़ा महत्व रखती है। पुलवामा आतंकी हमला सबके जहन में ताजा होगा।
नेशनल डेस्क: 26 फरवरी की तारीख भारत के इतिहास में बहुत बड़ा महत्व रखती है। पुलवामा आतंकी हमला सबके जहन में ताजा होगा। 14 फरवरी को पुलवामा में भारतीय सुरक्षाकर्मियों पर किए गए कायराना आत्मघाती बम हमले ने पूरे देश का सीना छलनी कर दिया था। हमले में केन्द्रीय आरक्षी पुलिस बल के 46 जवान शहीद हुए थे। पाकिस्तान के इस्लामी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने बड़ी बेहयाई से इस हमले की जिम्मेदारी ली। भारत इस आत्मघाती हमले पर शांत नहीं बैठा और भारतीय वायु सेना ने शहीद जवानों की शहादत का बदला लिया। भारतीय वायु सेना के विमानों ने नियंत्रण रेखा को पार कर पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद द्वारा चलाए जा रहे आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया और उनको पूरी तरह से तबाह कर दिया।
सेना ने लिया हमले का बदला
पुलवामा हमले के बाद पूरे देश में रोष था, सभी दुश्मनों को करारा सबक सिखाने की मांग कर रहे थे और यह हुआ भी। 26 फरवरी को तड़के भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित आतंकियों के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर दिया और किसी को कानों-कान भनक भी नहीं लगी। भारतीय वायुसेना के 12 मिराज 2000 जेट्स ने ऐसी तबाही मचाई की दुश्मन कांप उठे और उनको भागने के लिए भी जगह नहीं मिली। हालांकि स्पष्ट नहीं है कि एयरस्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए लेकिन विदेशी पत्रकारों ने भारी खामियाजे का दावा किया।
पूरे देश में माहौल ही बदल गया। सेना ने इस एयरस्ट्राइक को पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को दी श्रद्धांजलि बताया। पाकिस्तान ने इस हमले में ज्यादा नुकसान से इमकार किया लेकिन पूरी दुनिया जानती है कि उसके कितनी क्षति पहुंची। पुलवामा आतंकी हमले के एक बाद 15 फरवरी 2019 को पीएम मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की बैठक हुई। इस मीटिंग में पाकिस्तान और आतंकियों को सबक सिखाने के लिए एयर स्ट्राइक पर विचार किया गया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने एनएसए अजीत डोभाल को एक्शन का ब्लूप्रिंट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी। बालाकोट एयर स्ट्राइक करने के लिए वायुसेना के साथ थल सेना और नेवी को भी अलर्ट पर रखा गया था। 25 फरवरी को ऑपरेशन में हिस्सा ले रहे जवानों के फोन बंद कर दिए गए और इन्हें ग्वालियर में तैनात किया गया। आगरा और बरेली आर्मी बेस को भी अलर्ट पर रखा गया था। 25-26 फरवरी की रात को वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने ग्वालियर आर्मी बेस से उड़ान भरी। 12 लड़ाकू विमान पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों पर बम बरसाना शुरू कर दिया।