Edited By Anu Malhotra,Updated: 14 Jun, 2025 08:06 PM

12 जून 2025 भयानक एयर इंडिया विमान हादसे में 241 यात्रियों की मौत हो गई, लेकिन इस त्रासदी के बीच एक मां की ममता और बहादुरी की कहानी ने हर दिल को छू लिया। हादसे के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने सबको भावुक कर दिया। इसमें एक महिला, लपटों...
अहमदाबाद: 12 जून 2025 भयानक एयर इंडिया विमान हादसे में 241 यात्रियों की मौत हो गई, लेकिन इस त्रासदी के बीच एक मां की ममता और बहादुरी की कहानी ने हर दिल को छू लिया। हादसे के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने सबको भावुक कर दिया। इसमें एक महिला, लपटों में घिरे विमान के पास से भागती नजर आती है। यह महिला और कोई नहीं, सीताबेन हैं — जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना अपने 15 साल के बेटे आकाश को बचाने के लिए आग में छलांग लगा दी। सीताबेन ने जैसे ही देखा कि विमान क्रैश हो गया है, वह अपने बेटे को बाहों में भरकर आग से दूर भागने लगीं। आकाश इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठा, और सीताबेन खुद 50 प्रतिशत तक झुलस गईं। वे फिलहाल अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही हैं।
सीताबेन के लिए शहर की दुआएं
सीताबेन की यह बहादुरी और ममता आज पूरे देश में इंसानियत और मातृत्व की मिसाल बन गई है। अहमदाबाद में उनके घर के बाहर लोगों की भीड़ उमड़ रही है, सभी उनकी सलामती के लिए दुआएं मांग रहे हैं। डॉक्टरों की एक विशेष टीम उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है।
हादसे में कई बड़ी हस्तियों की भी मौत
इस हादसे ने केवल आम लोगों ही नहीं, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को भी हमसे छीन लिया। उनकी अंतिम यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की और रूपाणी परिवार से मुलाकात की। हादसे के बाद अहमदाबाद शहर गहरे सदमे में है।
हादसे की जांच शुरू, हाई लेवल कमेटी गठित
सरकार ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए एक हाई लेवल जांच कमेटी गठित की है। यह कमेटी हादसे की वजह, विमान की तकनीकी स्थिति, और सुरक्षा मानकों की समीक्षा करेगी। समिति की अगुवाई केंद्रीय गृह सचिव कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर मां की ममता बनी चर्चा का विषय
सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं — "क्या एक मां की ममता इतनी ताकतवर होती है कि वो आग से भी नहीं डरती?" सीताबेन का वीडियो अब सिर्फ एक दृश्य नहीं, बल्कि मातृत्व की भावना का प्रतीक बन गया है। लोगों का कहना है कि भले ही सीताबेन आकाश को नहीं बचा सकीं, लेकिन उनका साहस हर मां की ताकत का प्रतीक है।