Edited By Radhika,Updated: 18 Dec, 2025 05:40 PM

अगर आप 2026 में एक नया स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं तो यह शायद आपके लिए एक टेंशन वाली खबर हो सकती है। हालिया सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2026 में स्मार्टफोन्स की औसत बिक्री कीमत (ASP) में 6.9% की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। हैरानी की बात यह...
नेशनल डेस्क: अगर आप 2026 में एक नया स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं तो यह शायद आपके लिए एक टेंशन वाली खबर हो सकती है। हालिया सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2026 में स्मार्टफोन्स की औसत बिक्री कीमत (ASP) में 6.9% की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। हैरानी की बात यह है कि इस महंगाई का सीधा संबंध AI से है।
क्यों बढ़ रही हैं कीमतें?
दुनिया भर में AI इंफ्रास्ट्रक्चर और डेटा सेंटर्स की मांग तेजी से बढ़ी है। एनवीडिया (Nvidia) जैसे सिस्टम पर चलने वाले ये डेटा सेंटर्स उसी DRAM (मेमोरी चिप) का इस्तेमाल करते हैं जो आपके स्मार्टफोन में लगती है। चूंकि डेटा सेंटर कंपनियों से चिप निर्माताओं को ज्यादा मुनाफा मिलता है, इसलिए वे सप्लाई में उन्हें पहल दे रहे हैं। इसका नतीजा यह है कि स्मार्टफोन कंपनियों के लिए चिप्स की कमी हो गई है और उनकी कीमतें आसमान छू रही हैं।

बजट फोन पर भी गिरेगी गाज
रिपोर्ट के अनुसार $200 (लगभग 18,000 रुपये) से कम कीमत वाले बजट स्मार्टफोन्स पर सबसे बुरा असर पड़ेगा। इनकी मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट (BoM) में 20 से 30 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। मिड-रेंज और प्रीमियम फोन भी इससे अछूते नहीं रहेंगे, उनकी लागत में भी 10-15% की बढ़ोतरी देखी जा रही है।
क्या करेंगे मैन्युफैक्चरर्स?
एप्पल और सैमसंग जैसे बड़े ब्रांड्स तो इस दबाव को झेल सकते हैं, लेकिन छोटे ब्रांड्स के लिए अपनी कीमतें स्थिर रखना नामुमकिन होगा। लागत कम करने के लिए कंपनियां अब कैमरा क्वालिटी, डिस्प्ले या बैटरी जैसे फीचर्स में कटौती कर सकती हैं या पुराने पार्ट्स का दोबारा इस्तेमाल कर सकती हैं।