Edited By Tanuja,Updated: 02 Apr, 2023 06:17 PM
म्यांमार अंडमान निकोबार के करीब कोको द्वीप के पास बड़े पैमाने पर सैन्य निर्माण कर रहा है जिसे भारत के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा...
इंटरनेशनल डेस्क: म्यांमार अंडमान निकोबार के करीब कोको द्वीप के पास बड़े पैमाने पर सैन्य निर्माण कर रहा है जिसे भारत के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा है। कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हाल के महीनों में यहां रनवे, हैंगर और रडार स्टेशन समेत अन्य निर्माण किए जा रहे हैं। सैटेलाइन से ली गई ताजा तस्वीरों में तेजी से हो रहे निर्माण की बात सामने आई है। इन निर्माण में 2,300 मीटर का रनवे साफ़ तौर पर देखने को मिला है।
एक्सपर्ट कोको द्वीप पर इस तरह की नई गतिविधियों के पीछे चीन का हाथ बता रहे हैं। गौरतलब है कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारत के पूर्वी तट से 1,200 किमी दूर है। मालूम हो कि भारत अपनी ओर से 572-द्वीप अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है. इस वजह से चीन कहीं न कही बौखलाया हुआ है। ऐसे में वह कोई भी नया पैंतरा आजमा सकता है। कोको द्वीप भारतीय द्वीपसमूह के उत्तर की ओर लगभग 42-55 किमी दूर स्थित है। हमेशा से आशंका जताई जाती रही है कि चीन इस द्वीप का प्रयोग भारत की जासूसी करने के लिए कर रहा है।
हालांकि अब तक कोई पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगे हैं। एक अधिकारी ने कहा कि अगर चीन कोको द्वीप समूह में बुनियादी ढांचे के निर्माण के पीछे सीधे तौर पर है, तो जाहिर तौर पर यह भारत के लिए बड़ी चिंता का विषय होगा। बता दें कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का अपना रणनीतिक महत्व है। चीन जैसे पड़ोसी देश के कारण यह बेहद ख़ास हो जाता है यही वजह है कि भारत यहां अपना नौसैनिक अड्डा विकसित कर रहा है। वर्तमान में सात वायु सेना और नौसेना के ठिकाने के लिए इस क्षेत्र में काम चल रहा है।