Edited By Anil dev,Updated: 13 Jan, 2021 06:11 PM
देशभर के अलग अलग राज्यों से पक्षियों की अचानक मौत से देश में एक बार फिर से बर्ड फ्लू वायरस के संक्रमण का डर सताने लगा है। इसी बीच दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने शहर में बर्ड फ्लू के मामलों के मद्देनजर बुधवार को एक परामर्श जारी किया जिसमें लोगों से...
नेशनल दिल्ली: देशभर के अलग अलग राज्यों से पक्षियों की अचानक मौत से देश में एक बार फिर से बर्ड फ्लू वायरस के संक्रमण का डर सताने लगा है। इसी बीच दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने शहर में बर्ड फ्लू के मामलों के मद्देनजर बुधवार को एक परामर्श जारी किया जिसमें लोगों से नहीं घबराने और आधा पका चिकन, आधा उबला या आधा तला हुआ अंडा नहीं खाने समेत दिशा-निर्देशों के पालन की अपील की गई है। पिछले एक सप्ताह में संजय झील में कई बत्तख और शहर के विभिन्न पार्कों में बड़ी संख्या में कौवे मृत पाए गए हैं। राजस्व विभाग ने शहर की सीमाओं पर स्वयंसेवकों की टीमों को तैनात किया है ताकि अवैध रूप से बाहर से लाए रहे पशुओं व डिब्बाबंद और परिसंस्कृत चिकन पर रोक लगाई जा सके।
दिल्ली के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) द्वारा बुधवार को जारी परामर्श में कहा गया है, एच5एन8 पक्षियों के लिए अत्यधिक संक्रामक होता है, लेकिन मनुष्यों में इसके प्रभाव के साथ-साथ एवियन इन्फ्लूएंजा (एएच5एन8) वायरस के संक्रमण की आशंका कम होती है। स्वास्थ्य विभाग ने परामर्श जारी करते हुए लोगों से एहतियात बरतने और नहीं घबराने की अपील की। उसमें कहा गया, बीमार दिखने वाले व संक्रमित चिकन के संपर्क में आने से बचें। पक्षी के मल के सीधे संपर्क से बचें। पक्षियों को खिलाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कटोरे और उनके पिंजरों को साबुन या डिटर्जेंट से अच्छी तरह से धोएं।
डीजीएचएस के अधिकारियों ने कहा कि चिकन की दुकानों से निकलने वाले सभी कचरे का निपटान सही तरीके से किया जाना चाहिए। परामर्श में लोगों को सावधान किया गया कि वे सीधे हाथों से मृत पक्षियों को न छूएं। यदि कोई पक्षी मृत पाया जाता है, तो नियंत्रण कक्ष को फोन नंबर 23890318 पर सूचित करें। उसमें कहा गया, 30 मिनट तक 70 डिग्री सेल्सियस पर पूरी तरह पकाए गए अंडे और पॉल्ट्री उत्पाद को ही खाएं। आधा-पका हुआ चिकन या आधा उबला हुआ और आधा तला हुआ अंडा नहीं खाएं। उसमें कहा गया कि पके हुए मांस के पास कच्चे मांस को न रखें। कच्चे पोल्ट्री उत्पादों को छूते समय बार-बार हाथ धोएं। व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें और आसपास में सफाई बनाए रखें।