Edited By Rohini Oberoi,Updated: 03 Jun, 2025 10:56 AM

बिहार के सीवान जिले में सोमवार की शाम आई तेज आंधी और बारिश आफत बनकर टूटी। हवा की रफ्तार इतनी तेज़ थी कि कई पेड़ और दीवारें गिर गईं जिससे जिले के तीन थाना क्षेत्रों – लकड़ीनबीगंज, जीबी नगर और बसंतपुर – में दर्दनाक हादसे हुए। इन घटनाओं में दो महिलाओं...
नेशनल डेस्क। बिहार के सीवान जिले में सोमवार की शाम आई तेज आंधी और बारिश आफत बनकर टूटी। हवा की रफ्तार इतनी तेज़ थी कि कई पेड़ और दीवारें गिर गईं जिससे जिले के तीन थाना क्षेत्रों – लकड़ीनबीगंज, जीबी नगर और बसंतपुर – में दर्दनाक हादसे हुए। इन घटनाओं में दो महिलाओं समेत कुल 7 लोगों की मौत हो गई। एक ही शाम में आई इस प्राकृतिक आपदा से पूरा जिला दहशत और मातम में डूब गया है।
लकड़ीनबीगंज में तीन दर्दनाक मौतें
- वाजितपुर गाँव: लकड़ीनबीगंज थाना क्षेत्र के वाजितपुर गांव में एक बड़ा हादसा हुआ जब एक चलती गाड़ी पर बरगद का भारी पेड़ गिर पड़ा। इस भीषण हादसे में गाड़ी सवार भगवानपुर थाना क्षेत्र के बड़कागांव निवासी यूसुफ अली की मौके पर ही मौत हो गई।
- लखनौरा गाँव: इसी थाना क्षेत्र के लखनौरा गांव में आंधी में गिरी छत की दीवार के नीचे दबकर 52 वर्षीय कलपती देवी की मौत हो गई। वे प्रभु मांझी की पत्नी थीं।
- माधोपुर गाँव: माधोपुर गांव में भी एक पेड़ गिरने से चंद्रवंती देवी की जान चली गई। वे विजय प्रसाद की पत्नी थीं।
बसंतपुर में दो जानें गईं
- बसाव गाँव: बसंतपुर थाना क्षेत्र के बसाव गांव में एक आम के पेड़ के गिरने से 55 वर्षीय नंद किशोर सिंह की मौत हो गई। वे स्वर्गीय रामजी सिंह के पुत्र थे।
- विशुनपुरा गाँव: वहीं विशुनपुरा गांव में बकरी चराने गई 58 वर्षीय अलीमुन बेगम महुआ के पेड़ के नीचे दब गईं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वे हजरत अली की पत्नी थीं।
जीबी नगर में भी हुई दुखद घटना
- सतवार गाँव: जीबी नगर थाना क्षेत्र के सतवार गांव में एक और दुखद घटना हुई जब आंधी में एक पेड़ पलानी (खेत की झोपड़ी) पर गिर पड़ा। इस हादसे में 75 वर्षीय श्रीराम प्रसाद की जान चली गई। वे स्वर्गीय लक्ष्मण प्रसाद के पुत्र थे।
पूरा जिला सदमे में, प्रशासन सक्रिय
एक ही शाम में सात जानें चली जाने से पूरे इलाके में कोहराम मच गया है। पीड़ित परिवारों में मातम पसरा हुआ है और गांवों में चीख-पुकार गूंज रही है। जिला प्रशासन की ओर से सभी घटनास्थलों पर राहत और सहायता कार्य तुरंत शुरू कर दिए गए हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि तेज आंधी-तूफान के समय सुरक्षित स्थानों पर रहें और पेड़ों या कच्चे निर्माणों से दूर रहें। इस आपदा ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं से बचाव और सतर्कता की आवश्यकता पर जोर दिया है।