Edited By Seema Sharma,Updated: 20 May, 2021 10:34 AM
कोरोना वायरस के साथ ही अब ब्लैक फंगस (Black Fungus) या म्यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) का संकट भी गहराता जा रहा है। केरल के तिरूर में कोविड-19 से मुक्त हो चुका एक मरीज ब्लैक फंगस से संक्रमित हो गया जिसके बाद उनकी एक आंख निकालनी पड़ी। वहीं दिल्ली में...
नेशनल डेस्क: कोरोना वायरस के साथ ही अब ब्लैक फंगस (Black Fungus) या म्यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) का संकट भी गहराता जा रहा है। केरल के तिरूर में कोविड-19 से मुक्त हो चुका एक मरीज ब्लैक फंगस से संक्रमित हो गया जिसके बाद उनकी एक आंख निकालनी पड़ी। वहीं दिल्ली में भी इसका खतरा बढ़ने लगा है। दिल्ली में इस समय ब्लैक फंगस के 185 मामले हैं। यह मामले दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा रहे हैं।
दिल्ली के सात अस्पतालों में ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती है लेकिन कई अस्पतालों में इसका इलाज नहीं होने के कारण कई बड़े अस्पतालों में मरीजों को शिफ्ट किया जा रहा है। इस समय दिल्ली AIIMS में 61 और सर गंगाराम अस्पताल में ब्लैक फंगस के 69 मरीजों को इलाज चल रहा है। इससे पहले दिल्ली AIIMS में ब्लैक फंगस के 12 से 15 मामले ही सामने आते थे। इतना ही नहीं दिल्ली एम्स और सर गंगाराम अस्पताल के अलावा मैक्स और इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में ब्लैक फंगस के कई मरीज सामने आ चुके हैं।
कम इम्यूनिटी वालों को खतरा
दिल्ली एम्स में न्यूरोलॉजी विभाग की प्रमुख डॉ. एमवी पद्मा श्रीवास्तव ने बताया कि इन दिनों हमारे यहां ब्लैक फंगस के रोजाना 20 से ज्यादा मामले आ रहे हैं। डॉ. एमवी पद्मा ने कहा कि यह शूगर के मरीजों के लिए ज्यादा खतरनाक है। उन्होंने कहा कि कमजोर इम्यूनिटी वालों पर भी यह ज्यादा असर दिखा रहा है।