Edited By Parveen Kumar,Updated: 02 Jul, 2025 07:40 PM

देश की GST व्यवस्था में बड़ा बदलाव हो सकता है। सरकार की योजना है कि मौजूदा ‘मुआवजा सेस’ हटाकर इसके स्थान पर दो नए सेस – ‘हेल्थ सेस’ और ‘क्लीन एनर्जी सेस’ लागू किए जाएं। अगर यह प्रस्ताव पास होता है तो सिगरेट, कोल्ड ड्रिंक, महंगी कारें और कोयला जैसे...
नेशनल डेस्क: देश की GST व्यवस्था में बड़ा बदलाव हो सकता है। सरकार की योजना है कि मौजूदा ‘मुआवजा सेस’ हटाकर इसके स्थान पर दो नए सेस – ‘हेल्थ सेस’ और ‘क्लीन एनर्जी सेस’ लागू किए जाएं। अगर यह प्रस्ताव पास होता है तो सिगरेट, कोल्ड ड्रिंक, महंगी कारें और कोयला जैसे उत्पादों पर टैक्स बढ़ सकता है, जिससे आम आदमी की जेब पर असर पड़ेगा।
हेल्थ सेस से बढ़ेगा टैक्स
‘हेल्थ सेस’ उन वस्तुओं पर लगाया जाएगा जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मानी जाती हैं, जैसे तंबाकू उत्पाद, सिगरेट और शुगर युक्त कोल्ड ड्रिंक। ये वस्तुएं पहले से ही GST के 28% टैक्स स्लैब में आती हैं। अब इनके ऊपर अतिरिक्त हेल्थ सेस लगाया जाएगा ताकि लोग इनसे दूरी बनाए रखें और सरकार को अतिरिक्त राजस्व भी मिले।
क्लीन एनर्जी सेस से महंगी कारें और कोयला महंगे होंगे
‘क्लीन एनर्जी सेस’ महंगी गाड़ियों और कोयले जैसे प्रदूषण फैलाने वाले ईंधन पर लगाया जाएगा। इसका मकसद स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा को बढ़ावा देना है। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘हरित भारत’ योजना से जुड़ा हुआ है। इससे इलेक्ट्रिक वाहन और कम प्रदूषण वाले विकल्पों को बढ़ावा मिलेगा।
GST स्लैब में भी हो सकता बदलाव
सरकार 12% GST स्लैब को खत्म करने पर भी विचार कर रही है। इसके तहत कुछ सामान को 5% की कम दर पर टैक्स देने की संभावना है, जबकि कुछ उत्पाद 18% की अधिक दर में शामिल होंगे। उदाहरण के तौर पर, टूथपेस्ट जैसे रोजमर्रा के उपयोग के सामान को कम टैक्स वाले वर्ग में रखा जा सकता है। हालांकि, इससे शुरू में केंद्र सरकार को करीब 50,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है। लेकिन सरकार का मानना है कि इससे सामानों की कीमतें कम होंगी, जिससे खपत बढ़ेगी और लंबे समय में टैक्स संग्रह में सुधार होगा।