Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Jul, 2022 05:21 PM

देश की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ का शुद्ध कर्ज अप्रैल-जून तिमाही में जनवरी-मार्च तिमाही की तुलना में 16 प्रतिशत घटकर 2,259 करोड़ रुपए रह गया है। घरों की बिक्री बढ़ने से कंपनी अपने कर्ज के बोझ को कम करने में सफल रही है।
नई दिल्लीः देश की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ का शुद्ध कर्ज अप्रैल-जून तिमाही में जनवरी-मार्च तिमाही की तुलना में 16 प्रतिशत घटकर 2,259 करोड़ रुपए रह गया है। घरों की बिक्री बढ़ने से कंपनी अपने कर्ज के बोझ को कम करने में सफल रही है। पिछले वित्त वर्ष के अंत तक कंपनी पर शुद्ध रूप से 2,680 करोड़ रुपए का कर्ज था।
निवेशकों के समक्ष दी गई प्रस्तुति में कंपनी ने कहा है कि वह मध्यम अवधि में अपने कर्ज को और कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रस्तुतीकरण में कहा गया है कि ग्राहकों को बेची गई इकाइयों से होने वाली प्राप्तियों से कंपनी अपनी सभी मौजूदा देनदारियों का निपटारा करेगी। इसके मुताबिक, ‘‘नए उत्पादों से कंपनी के पास नकदी का प्रवाह बढ़ेगा। अधिशेष नकदी सृजन से कंपनी की स्थिति सुदृढ़ होगी।'' अप्रैल-जून तिमाही के अंत तक कंपनी का सकल ऋण भी घटकर 3,900 करोड़ रुपए पर आ गया, जो पिछले वित्त वर्ष के अंत तक 4,755 करोड़ रुपए था।
परिचालन के मोर्चे पर पहली तिमाही में कंपनी की बिक्री बुकिंग दोगुना होकर 2,040 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो एक साल पहले समान तिमाही में 1,014 करोड़ रुपए थी। चालू वित्त वर्ष में कंपनी अपनी बिक्री बुकिंग में 10 प्रतिशत वृद्धि यानी इसे 8,000 करोड़ रुपए तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।