Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Dec, 2020 02:57 PM
फेसबुक को मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप और फोटो-शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम को बेचना पड़ सकता है। दरअसल, फेसबुक पर बाजार की प्रतिस्पर्धा को खत्म करने के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने का आरोप लगा है और उस पर केस दर्ज किया गया है।
बिजनेस डेस्कः फेसबुक को मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप और फोटो-शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम को बेचना पड़ सकता है। दरअसल, फेसबुक पर बाजार की प्रतिस्पर्धा को खत्म करने के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने का आरोप लगा है और उस पर केस दर्ज किया गया है। अगर फेसबुक की इस केस में हार हुई तो व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम उसके हाथ से निकल सकते हैं। यूस फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) ने फेसबुक पर लैंडमार्क एंटीट्रस्ट कानून के तहत केस दर्ज किया है। इसमें फेसबुक पर आरोप लगा है कि वह अपने प्रतिद्वंद्वियों को खरीदकर सोशल नेटवर्किंग की दुनिया में अपना एकाधिकार जमाना चाहता है।
बता दें कि फेसबुक ने मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप और फोटो-शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम को खरीदने के लिए मोटी रकम खर्च की थी। कंपनी ने साल 2012 में इंस्टाग्राम को 5362 करोड़ रुपए और साल 2014 में व्हाट्सऐप को 1.65 लाख करोड़ रुपए में खरीदा था।
एफटीसी की कोर्ट से मांग
एफटीसी ने कोर्ट से मांग की है कि फेसबुक को अपने बिजनेस के कुछ हिस्से बेचने के लिए कहा जाए, भविष्य में सभी डील्स के लिए रेग्युलेटरी अप्रूवल को अनिवार्य बनाया जाए और थर्ड पार्टी डेवलपर्स पर लगी पाबंदियों को हटाया जाए। साथ ही अटॉर्नी जनरल चाहते हैं कि फेसबुक 10 मिलियन डॉलर से बड़ी डील्स के बारे में राज्यों को एडवांस में नोटिस दे। उनकी मांग है कि इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप को एंटीट्रस्ट लॉज का उल्लंघन करने के कारण अवैध माना जाए। इस मामले में कानूनी लड़ाई लंबी चलने की उम्मीद है क्योंकि फेसबुक आसानी से मानने वाली नहीं है। वह एफटीसी की दो साल तक चली जांच के आगे नहीं झुकी है और एजेंसी को कोर्ट में अपनी बात को साबित करना होगा।
फेसबुक की दलील
फेसबुक ने कंप्टीशन को खत्म करने के आरोपों से इनकार किया है। कंपनी का कहना है कि एफटीसी ने इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप के अधिग्रहण को मंजूरी दी थी। उसका कहना है कि निवेश के बिना ये दो प्रोडक्ट इतना आगे नहीं जा सकते थे। इतना ही नहीं ट्विटर, टिकटॉक और स्नैप के रूप में इस फील्ड में पर्याप्त प्रतिस्पर्द्धा है।
क्या हो सकता है फेसबुक को नुकसान
फेसबुक को केस हारने की स्थिति में इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप को बेचना पड़ सकता है, जिससे कंपनी की लॉन्गटर्म वैल्यू खत्म हो जाएगी। बता दें कि इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप से फेसबुक की आमदनी काफी बढ़ी है और इसी के दम पर कंपनी डिजिटल कॉमर्स में उतर रही है। यदि ये दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक से अलग होते हैं तो उसके ई-कामर्स का दिग्गज बनने के आसार कम हो जाएंगे।