श्री कृष्ण ने मेघ देवता की पूजा बंद करा किया था अनूठी परंपरा का आरंभ

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 14 Nov, 2023 06:52 AM

govardhan katha

गोवर्धन भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का धाम है। यहां स्वयं श्रीकृष्ण द्वारा पूजित गिरिराज महाराज विराजमान हैं

 शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Govardhan Katha: गोवर्धन भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का धाम है। यहां स्वयं श्रीकृष्ण द्वारा पूजित गिरिराज महाराज विराजमान हैं। आज गोवर्धन महाराज पूरे विश्व में पूजे जाते हैं। इनकी तलहटी की रज और कण-कण में लीलाओं का वास है। पुराणों के अनुसार द्वापर युगीन गोवर्धन पर्वत आज भी अपने विशालकाय रूप में खड़ा है। जब-जब सोलह कला अवतारी श्रीकृष्ण की अवतरित लीलाओं का अनुसरण करते हैं तो भगवान कृष्ण की गोवर्धन पूजा और गोवर्धन पर्वत को धारण कर ब्रजवासियों की रक्षा का संकल्प सामने आता है।

PunjabKesari Govardhan Puja

श्रीकृष्ण ने स्वयं गोवर्धन पर्वत को ईश्वरीय स्वरूप प्रदान किया। कहते हैं कि श्रीकृष्ण ने भाव में ब्रजवासियों के संग एक रूप में पूजत और दूजे रूप में पुजाय कर गोवर्धन पर्वत को देवता तुल्य माना है। आस्था और विश्वास की अनूठी कड़ी में ईश्वरीय स्वरूप गोवर्धन पर्वत के करोड़ों आस्थावान भक्त हैं। सनातन धर्म में गोवर्धन पर्वत को रक्षा कर मनोकामना पूरी करने वाला देवता बताया है।

PunjabKesari Govardhan Puja

दीपावली के ठीक एक दिन बाद देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में गोवर्धन जी की पूजा होती है।  गोवर्धन पूजा के मुख्य केंद्र गोवर्धन धाम में विराजमान गोवर्धन पर्वत की पूजा क्यों होती है, इसके पीछे सोलह कला अवतारी भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का अनूठा वर्णन है। गोवर्धन पूजा अन्नकूट के रूप में इन्द्र का गर्व चूर करने के लिए गोवर्धन पूजा का आयोजन श्रीकृष्ण ने ब्रजवासियों से करवाया था। यह आयोजन अन्नकूट पूजन के रूप में किया जाता है। इसकी शुरुआत द्वापर युग से मानी जाती है। उस समय लोग इंद्र देवता की पूजा करते थे। अनेकों प्रकार के भोजन बनाकर तरह-तरह के पकवान व मिठाइयों का भोग लगाते थे। कहते हैं कि मेघ देवता राजा इंद्र का पूजन कर प्रसन्न करने के लिए ऐसा आयोजन करते थे।

एक बार भगवान श्रीकृष्ण ग्वाल-वालों के साथ गाय चराते हुए गोवर्धन पर्वत के पास पहुंचे तो वह यह देखकर हैरान हो गये कि गोपियां 56 प्रकार के भोजन बनाकर बड़े उत्साह से उत्सव मना रही थीं। तभी कृष्ण नाराज हो जाते हैं और इंद्र की पूजा को बंद कराकर गिरिराज महाराज की पूजा कराते हैं। उसी परम्परा में आज गोवर्धन नाथ पूजे जाते हैं।

PunjabKesari Govardhan Puja

 

 

 

 

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!