Edited By Niyati Bhandari,Updated: 21 Feb, 2023 08:58 AM
2023 में गुरु का गोचर मेष राशि में होगा फिलहाल गुरु अभी मीन राशि में हैं। 22 अप्रैल को गुरु राशि परिवर्तन करेंगे और मेष राशि में गोचर करेंगे लेकिन ये गोचर अस्त अवस्था में होगा क्योंकि
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Jupiter Transit 2023 गुरु का राशि परिवर्तन: 2023 में गुरु का गोचर मेष राशि में होगा फिलहाल गुरु अभी मीन राशि में हैं। 22 अप्रैल को गुरु राशि परिवर्तन करेंगे और मेष राशि में गोचर करेंगे लेकिन ये गोचर अस्त अवस्था में होगा क्योंकि 30 मार्च के आस-पास गुरु अस्त हो जाएंगे और 30 अप्रैल को दोबारा उदय होंगे। 30 अप्रैल को उदय होने के बाद गुरु 4 सितंबर को वक्री हो जाएंगे और 31 दिसंबर को पुन: मार्गी होंगे। कुंडली में 12 में से 9 घरों के ऊपर गुरु का प्रभाव पड़ता है। सबसे पहले गुरु दूसरे, पांचवें, नौवें और ग्यारहवें घर के कारक ग्रह हैं। दूसरा घर धन स्थान होता है। पांचवें घर से संतान देखी जाती है। नौवां भाग्य स्थान होता है और ग्यारहवां भाव आय का स्थान होता है। गुरु इन चारों भावों के कारक होते हैं। कुंडली में मीन और धनु राशि गुरु की होती है और गुरु की तीन दृष्टियां होती हैं। इस वजह से गुरु का गोचर बहुत ही मायने रखता है।
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सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए ये गोचर काफी शुभ साबित होने जा रहा है क्योंकि सिंह राशि के जातकों के लिए गुरु नौवें भाव से गोचर करेंगे। नौवां भाव भाग्य स्थान होता है इस स्थान के गुरु कारक भी है। सिंह राशि के जातकों के लिए गुरु दो भावों के स्वामी होते हैं। एक भाव है पंचम भाव जहां पर गुरु की धनु राशि आएगी। दूसरा भाव है अष्टम भाव जहां पर गुरु की मीन राशि आएगी। यदि आपकी कुंडली में दशा भी गुरु की चल रही है तो निश्चित तौर पर आपको इन दोनों भावों के शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
पंचम भाव आपकी कुंडली में संतान का भाव है, प्रेम का भाव है, एजुकेशन का भाव है और स्टेट ऑफ़ माइंड का भाव है। इस एक साल के दौरान आपको इसके शुभ परिणाम देखने को मिलेंगे। यदि आप शादीशुदा हैं और संतान की चाह रखते हैं तो ये भाव अब एक्टिवेट हो जाएगा। संतान सुख की इच्छा पूरी हो जाएगी। पढ़ाई के क्षेत्र में भी आ रही बाधााएं दूर हो जाएंगी। शेयर मार्किट वालों को भी लाभ मिलने की संभावना है।
सिंगल लोग अगर किसी को डेट करना चाहते हैं तो इस गोचर की वजह से ये इच्छा भी पूरी हो जाएगी। आपकी कुंडली में अष्टम भाव के स्वामी भी गुरु बनते हैं। ये आपकी कुंडली में अच्छे और बुरे दोनों फल करेंगे। जो लोग रिसर्च से जुड़े काम करते हैं, उन लोगों को अच्छे फल देखने को मिलेंगे लेकिन अपनी सेहत का जरूर ध्यान रखें। सेहत को लेकर चिंता बनी रहेगी। गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतें।
गुरु जब भाग्य स्थान में जाएंगे तो पांचवी दृष्टि के साथ चंद्रमा को देखेंगे। चंद्रमा के ऊपर जब गुरु की दृष्टि जाती है तो वो आपको पॉजिटिव बना देती है। गुरु की एक दृष्टि पड़ेगी तीसरे भाव के ऊपर। जब नौवें स्थान से गुरु गोचर करते हैं तो वहां पर सीधी दृष्टि जाती है तीसरे स्थान पर यानि छोटे भाई के स्थान के ऊपर। यदि भाई की सेहत को लेकर कोई दिक्कत है तो वो ठीक हो जाएगी।
अगले साल मई तक सिंह राशि वालों के लिए गुरु का गोचर शुभ गोचर है।
नरेश कुमार
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