Edited By Niyati Bhandari,Updated: 03 Jan, 2023 07:52 AM
राशियों को नौ समान भागों में विभक्त कर तैयार वर्ग नवांश कहलाता है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण वर्ग है। सभी वर्गों में इस वर्ग की चर्चा सबसे अधिक होती है। इस वर्ग को जन्म कुंडली का पूरक भी समझा जाता है।
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Navamsa prediction: राशियों को नौ समान भागों में विभक्त कर तैयार वर्ग नवांश कहलाता है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण वर्ग है। सभी वर्गों में इस वर्ग की चर्चा सबसे अधिक होती है। इस वर्ग को जन्म कुंडली का पूरक भी समझा जाता है। आमतौर पर नवांश के बिना फलित नहीं किया जाता। यह ग्रहों के बलाबल और जीवन के उतार-चढ़ाव को दर्शाता है।
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What Navamsa means: मुख्य रूप से यह वर्ग विवाह, वैवाहिक जीवन में खुशियोंं एवं दुख को दर्शाता है। लग्न कुंडली में जो ग्रह अशुभ स्थिति में हो और नवांश में वह शुभ हो तो ग्रह को शुभ फलदायी या हानि न पहुंचाने वाला माना जाता है।
Why Navamsa is so important: यदि ग्रह लग्न और नवांश दोनों में एक ही राशि पर हो तो ग्रह को वर्गोत्तम माना जाता है अर्थात विशेष शुभ फलदायी ग्रह हो जाता है। लग्नेश और नवांशेश दोनों का आपसी संबंध लग्न और नवांश कुंडली में शुभ हो तो जातक के जीवन में विशेष खुशियां लाता है, वैवाहिक जीवन सुखमय होता है, जातक हर प्रकार के सुखों को भोगता हुआ जीवन व्यतीत करता है।
Navamsa houses significance: वर-वधू के कुंडली मिलान में भी नवांश महत्वपूर्ण है। यदि लग्न कुंडलियां आपस में न मिलें लेकिन नवांश वर्ग मिल जाएं तो विवाह उत्तम माना जाता है और गृहस्थ जीवन आनंदमय रहता है।