Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 Mar, 2023 11:17 AM
शनि देव ने 17 जनवरी को गोचर किया था, कुंभ राशि में और उसके बाद कुछ राशियों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई है और कुछ
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Shani rashi parivartan शनि राशि परिवर्तन: शनि देव ने 17 जनवरी को गोचर किया था, कुंभ राशि में और उसके बाद कुछ राशियों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई है और कुछ राशियों के ऊपर से शनि का प्रभाव कम हुआ है। 17 के बाद 30 को शनि अस्त हो गए और अब दोबारा से 5 मार्च को उदय होंगे और ये गोचर बहुत ही महत्वपूर्ण होगा क्योंकि 30 साल बाद शनि कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि देव की दो राशियां हैं मकर और कुंभ राशि। शनिदेव का प्रिय घर कुम्भ राशि है। शनि का उदय होना इसलिए ज्यादा अहम है क्योंकि शनि 31 साल बाद कुंभ राशि में प्रवेश के दौरान शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। शनिदेव जब राहु के नक्षत्र में जाएंगे तो पूरे प्रभावी हो जाएंगे। शतभिषा नक्षत्र कर्म फल देने वाला नक्षत्र है। इसके अच्छे फल देखने को मिलेंगे। 15 अक्टूबर तक शनि इसी नक्षत्र में रहेंगे। इसके बाद फिर धनिष्ठा में जाएंगे और 24 नवंबर को दोबारा शतभिषा में आएंगे। इस नक्षत्र में रहने के दौरान शनि कर्म के हिसाब से फल देंगे।
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कन्या राशि: अब बात करेंगे कन्या राशि के बारे में कि कन्या राशि के जातकों के लिए शनि गोचर क्या बदलाव लेकर आएगा। कन्या राशि वालों के लिए शनि का उदय होना बहुत अच्छा फल लेकर आएगा। शनि का गोचर कन्या की कुंडली में छठे भाव से हो रहा है। शनि आपकी कुंडली में पंचम और छठे भाव के स्वामी बनते हैं। पंचम आपकी कुंडली में संतान का भाव, फायदे का भाव। शनिदेव इनके अच्छे फल देंगे। यदि आपका कोई मुकदमा चल रहा है तो हो सकता है आपको उसमें कोई फायदा मिल जाए। अगर आपके ऊपर कोई कर्ज चल रहा है तो वो भी खत्म होता हुआ दिखाई देगा। यदि आप संतान की चाह रखते हैं एक साल तक ये ख्वाहिश भी पूरी हो जाएगी।
अगर कोई बड़ा फैसला लेने चाहते हो तो वो भी सही तरीके से हो जाएगा। शनिदेव की अष्टम के ऊपर तीसरी दृष्टि जाएगी। हो सकता है आपको अचानक नुकसान या लाभ देखने को मिल जाए। ड्राइविंग करते समय थोड़ा परहेज रखें। अब एक दृष्टि जाएगी बाहरवें भाव के ऊपर। शनि की दृष्टि अच्छी नहीं होती लेकिन गोचर अच्छा होता है। बाहरवां भाव खर्चो का भाव, नींद का भाव है। हो सकता है आपको कोई परेशानी उठानी पड़े। शनि की दृष्टि पड़ेगी अब तीसरे भाव के ऊपर। छोटे भाई की सेहत का ख्याल रखें और उसके साथ तालमेल बनाए रखें।
नरेश कुमार
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