Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 05 Jun, 2025 11:34 AM

करीब ढाई साल से रूस के साथ लगातार जंग लड़ रहा यूक्रेन अब पहले से कहीं ज्यादा ताकतवर होता दिखाई दे रहा है। हाल ही में ब्रिटेन ने ऐलान किया है कि वह यूक्रेन को साल 2026 तक एक लाख एडवांस ड्रोन देगा तो वहीं जर्मनी भी लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों...
इंटरनेशनल डेस्क: करीब ढाई साल से रूस के साथ लगातार जंग लड़ रहा यूक्रेन अब पहले से कहीं ज्यादा ताकतवर होता दिखाई दे रहा है। हाल ही में ब्रिटेन ने ऐलान किया है कि वह यूक्रेन को साल 2026 तक एक लाख एडवांस ड्रोन देगा तो वहीं जर्मनी भी लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों की सप्लाई के लिए तैयार है। इन दोनों देशों से मिलने वाली मदद के बाद सवाल उठने लगा है कि क्या अब रुस-यूक्रेन युद्ध का पासा पलटेगा? क्या नई हथियार शक्ति से यूक्रेन रूस पर भारी पड़ेगा? और क्या अब यह जंग किसी निर्णायक मोड़ की ओर बढ़ रही है?
रूस के साथ जंग में फंसे यूक्रेन को अब ब्रिटेन की तरफ से बड़ी मदद मिलने जा रही है। ब्रिटेन ने ऐलान किया है कि वह अप्रैल 2026 तक यूक्रेन को एक लाख ड्रोन देगा। पहले जो 10 हजार ड्रोन देने की योजना थी, अब उसे बढ़ाकर 10 गुना कर दिया गया है। बता दें ये ड्रोन 4.5 अरब पाउंड के रक्षा पैकेज का हिस्सा हैं, जिसमें से 350 मिलियन पाउंड सिर्फ ड्रोन कार्यक्रम के लिए रखे गए हैं। यूक्रेन की सैन्य मदद को लेकर ब्रुसेल्स में होने वाले सम्मेलन में ब्रिटेन के रक्षा मंत्री जॉन हीली इस फैसले की आधिकारिक घोषणा कर सकते हैं।
ड्रोन ने बदल दी जंग की तस्वीर
ब्रिटेन की एक रक्षा रिपोर्ट में बताया गया है कि ड्रोन यानी बिना पायलट वाले विमान अब युद्ध का तरीका बदल रहे हैं। हाल ही में यूक्रेन ने रूस के 5000 किलोमीटर अंदर तक हमला करके दिखा दिया कि ड्रोन अब सिर्फ निगरानी नहीं, बल्कि दुश्मन पर सीधा हमला करने का बड़ा हथियार बन चुके हैं। ब्रिटेन का मानना है कि इतनी बड़ी संख्या में ड्रोन मिलने से यूक्रेन अब सिर्फ अपनी सीमा की रक्षा नहीं करेगा बल्कि रूस की सप्लाई लाइनों को भी निशाना बना सकेगा।
ब्रिटेन सिर्फ ड्रोन ही नहीं दे रहा, बल्कि उसने जनवरी 2025 से अब तक यूक्रेन को 1.4 लाख तोप के गोले भी भेज दिए हैं। इसके अलावा वह इस साल 247 मिलियन पाउंड यानी करीब 24.7 करोड़ पाउंड यूक्रेनी सैनिकों की ट्रेनिंग पर खर्च करेगा। खासतौर पर ड्रोन चलाने वाले सैनिकों को आधुनिक तकनीक की ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि इन विमानों का पूरा फायदा उठाया जा सके।
जर्मनी से भी मिलेंगी लॉन्ग रेंज मिसाइलें
ब्रिटेन के बाद अब जर्मनी ने भी यूक्रेन की सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। जर्मनी ने करीब 5 अरब यूरो (लगभग 5.65 अरब डॉलर) की मदद का ऐलान किया है। इस मदद से यूक्रेन के साथ मिलकर लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार बनाए जाएंगे और उनका उत्पादन बढ़ाया जाएगा। जर्मनी के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यह मदद रूस के मिसाइल हमलों का जवाब देने के लिए जरूरी है। जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने इसे यूक्रेन और जर्मनी के बीच रक्षा सहयोग का "नया अध्याय" बताया है।
यूक्रेन को मिल रही ड्रोन और लंबी दूरी की मिसाइलों की मदद से अब वह रूस के अंदर बने तेल डिपो, हथियारों के गोदाम और सेना के मुख्यालयों पर सीधे हमला कर सकता है। जानकारों का कहना है कि अब तक रूस को भारी बमबारी और तोपों से बढ़त मिलती रही है लेकिन अब ड्रोन और सटीक मिसाइलें इसे कम कर सकती हैं।