Edited By Tanuja,Updated: 24 Dec, 2025 03:21 PM

बांग्लादेश में यूनुस सरकार के तहत पुलिसिया दमन तेज हो गया है। ‘ऑपरेशन डेविल हंट-2’ के नाम पर 24 घंटे में 663 गिरफ्तारियां हुईं, जिनमें ज्यादातर विपक्षी अवामी लीग से जुड़े बताए जा रहे हैं। चुनाव से पहले यह कार्रवाई राजनीतिक बदले की बू देती है।
Dhaka: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के नेतृत्व में चल रहा तथाकथित ‘ऑपरेशन डेविल हंट-2’ अब कानून-व्यवस्था से ज्यादा राजनीतिक दमन का प्रतीक बनता जा रहा है। पुलिस ने महज 24 घंटे में देशभर से 663 लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया है, जबकि नौ अवैध हथियार बरामद होने की बात कही गई है। बांग्लादेश पुलिस मुख्यालय के अनुसार, यह कार्रवाई अवैध हथियारों की बरामदगी और कानून-व्यवस्था बहाल करने के नाम पर की जा रही है। लेकिन स्थानीय मीडिया और मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि इस अभियान का असली निशाना पूर्व सत्ताधारी अवामी लीग और सरकार के आलोचक हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, फरवरी 2026 के चुनावों से पहले माहौल को नियंत्रित करने के बहाने विपक्ष को कुचलने की रणनीति अपनाई जा रही है। ‘प्रथम आलो’ और अन्य मीडिया संस्थानों ने बताया है कि फरवरी में शुरू हुए पहले चरण से अब तक 11 हजार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें बड़ी संख्या में अवामी लीग समर्थक शामिल हैं। पुलिस ने दावा किया कि इस अभियान के तहत हजारों वाहनों की तलाशी ली गई और सैकड़ों मोटरसाइकिलें जब्त की गईं। लेकिन आलोचकों का कहना है कि यह सब जनता में डर पैदा करने और विरोध की आवाज़ दबाने का जरिया बन चुका है।
अवामी लीग ने यूनुस सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया है कि सत्ता पर काबिज “अवैध शासक” देश को अराजकता और ‘मॉब टेररिज्म’ की ओर धकेल रहे हैं। पार्टी का कहना है कि हत्या, बलात्कार, लूट और हिंसा की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, लेकिन सरकार जवाबदेही से बच रही है।विश्लेषकों के मुताबिक, जिस तरह से पुलिसिया कार्रवाइयों को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है, उससे बांग्लादेश में लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की संभावनाओं पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।