Edited By Pardeep,Updated: 22 Jun, 2025 07:01 AM

इजराइल-ईरान के बीच जारी संघर्ष का आज 9वां दिन है। ईरान की मेहर न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार शाम तेहरान के एक अपार्टमेंट पर हुए ड्रोन हमले में कुख्यात न्यूक्लियर वैज्ञानिक इसार तबातबाई-कमशेह और उनकी पत्नी की मौत हो गई। इजराइल द्वारा इस...
इंटरनेशनल डेस्कः इजराइल-ईरान के बीच जारी संघर्ष का आज 9वां दिन है। ईरान की मेहर न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार शाम तेहरान के एक अपार्टमेंट पर हुए ड्रोन हमले में कुख्यात न्यूक्लियर वैज्ञानिक इसार तबातबाई-कमशेह और उनकी पत्नी की मौत हो गई। इजराइल द्वारा इस हत्या की जोरदार निंदा की जा रही है।
इजराइल की फेहरिस्त में बढ़ोतरी:
13 जून से अब तक इजराइल ने इराक के कम से कम 10 न्यूक्लियर वैज्ञानिकों को हत्याद किया, साथ ही IDF ने 3 ईरानी कमांडरों और 4 जवानों को मारने का दावा भी किया है।
ईरानी राष्ट्रपति बोले- परमाणु हक हमारा अधिकार है:
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पजशकियान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि “परमाणु कार्यक्रम हमारा राष्ट्रीय अधिकार है, इसे धमकियों से छीना नहीं जा सकता।” यह बयान इजराइल की खुफिया-सैन्य कार्रवाइयों के बीच आया है।
अमेरिका ले रहा मजबूती से हिस्सा:
संघर्ष के बीच, अमेरिका ने अपने स्टेल्थ B‑2 बॉम्बर विमानों को प्रशांत में गुआम बेस के लिए रवाना कर दिया है, जिसमें भारी बंकर-बस्टर बम संभवतः शामिल हैं, जिससे एक अन्य मोर्चा खुल सकता है।
ऑपरेशन सिंधु: भारत ने निकाला 310 नागरिक:
शुक्रवार शाम 4:30 बजे ईरान से वापसी के तहत दिल्ली पहुंची एक विशेष फ्लाइट में 310 भारतीय नागरिक सवार थे। MEA प्रवक्ता रणधीर जायसवाल के अनुसार, ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत अब तक कुल 827 भारतीय नागरिकों सुरक्षित स्थानांतरण हो चुके हैं।
युद्ध-ग्रस्त आंकड़े:
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मानवाधिकार संगठन ActiveRights की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान में 13 जून से अब तक 657 मौतें हुई हैं और लगभग 2,000 घायल हैं।
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जबकि ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय का आंकड़ा है: 430 मौतें और 3,500 से ज़्यादा घायल।
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इज़राइल में अब तक 24 मौतें हुई हैं और करीब 900 लोग घायल हुए हैं।
युद्ध की भयावह तीव्रता और वैश्विक प्रभाव:
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इजराइल ने एक सप्ताह पहले ‘Operation Rising Lion’ शुरू किया, जिसमें लगभग 200 लड़ाकू विमानों ने 100 से अधिक सैन्य और न्यूक्लियर लक्ष्य पर हमले किए। इनमें अतंरिक सैटेलाइट निगरानी और मोसाद ड्रोन-सैनेट ऑपरेशन शामिल थे जो Iran की वायु रक्षा प्रणाली और मिसाइल यूनिटों को लक्षित करते हैं।
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ईरान ने भी 450+ बैलिस्टिक मिसाइल और 1,000 ड्रोन से इजराइल पर हमला बोला, हालांकि “आयरन डोम” द्वारा अधिकांश रोके गए ।