Edited By Tanuja,Updated: 16 Apr, 2021 01:02 PM
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में प्रेस क्लब पर छापा मारकर मीडिया कर्मी को गिरफ्तार करने के विरोध में सैंकड़ों पत्रकारों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया...
पेशावर: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में प्रेस क्लब पर छापा मारकर मीडिया कर्मी को गिरफ्तार करने के विरोध में सैंकड़ों पत्रकारों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। डेली टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार बारा प्रेस क्लब में प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए गिरफ्तार पत्रकार अला खान वज़ीर को रिहा करने की मांग की । विरोध स्थल पर खादिम अफरीदी ने पुलिस अधिकारियों द्वारा अला खान वज़ीर की अवैध हिरासत की निंदा की। अफरीदी ने कहा कि अधिकारी इस तरह अवैध गिरफ्तारियां करके पत्रकारों को डरा नहीं सकते हैं ।
प्रदर्शनकारी पत्रकारों ने स्थानीय अधिकारियों से बिना वजह गिरफ्तार किए उनके साथी को तुरंत रिहा करने के लिए कहा जिस पर पुलिस ने कहा कि वजीर को कोरोना मानक ऑपरेशन प्रक्रिया (एसओपी) का उल्लंघन करने के लिए गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि पाकिस्तान पत्रकारों के लिए सबसे असुरक्षित देश घोषित हो चुका है। द न्यूज़ इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ने 2020 में अपने नागरिकों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार की सुरक्षा में सबसे खराब प्रदर्शन किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान को देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए “खराब” प्रदर्शन करने पर मूल्यांकन सूचकांक पर कुल 100 अंकों में से केवल 30 अंक मिले । रिपोर्ट में पाया गया कि वर्ष 2020 के दौरान पाकिस्तान के मीडिया और इंटरनेट नियामक अधिकारियों ने सोशल मीडिया एप्स, मनोरंजन सामग्री और सामाजिक और समाचार चर्चाओं, भाषण और ऑनलाइन सामग्री पर मनमाने कानूने थोप कर प्रतिबंध लगा रखे हैं ।