Edited By Tanuja,Updated: 06 Jun, 2023 05:14 PM

पाकिस्तान में अपहरण, इस्लाम में जबरन धर्म परिवर्तन, और हिंदू और ईसाई नाबालिग लड़कियों की मुसलमानों से जबरन शादी के मामले नई...
इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान में अपहरण, इस्लाम में जबरन धर्म परिवर्तन, और हिंदू और ईसाई नाबालिग लड़कियों की मुसलमानों से जबरन शादी के मामले नई बात नहीं औऱ ये हर साल लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन इन बार बेटी को अपहरण से बचाने की कोशिश में एक मां की हत्या का मामला सामने आया है। सिंध के घोटकी शहर में, उस्मान लाखो नाम के एक मुस्लिम व्यक्ति ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों मासु लाखो और रियाज भुट्टो के साथ एक हिंदू महिला जरीना भील की बेटी को गलियों में लड़की को परेशान किया और 27 मई को अगवा करने के दौरान उन्होंने उसके भाई को चाकू मार दिया जो उसका बचाव कर रहा था।
28 मई को वे फिर जरीना भील की बेटी का अपहरण करने के इरादे से उसके घर में घुसे। ज़रीना ने एक भयंकर प्रतिरोध किया, लेकिन हमलावरों के पास बंदूकें थीं और उन्होंने उसे मार डाला और उसके दो सबसे छोटे बच्चों को घायल कर दिया। जरीना का बलिदान व्यर्थ नहीं गया, क्योंकि आरोपी उसकी बेटी को लिए बिना ही भाग गए। पुलिस ने एक प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उस्मान लाखो और मासू लाखो को गिरफ्तार कर लिया है। संयुक्त राष्ट्र व अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने वाले मानवाधिकार एनजीओ ने ज़रीना के अंतिम संस्कार के वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए, और हत्यारों के खिलाफ त्वरित और गंभीर मुकदमा चलाने के लिए कहा है।
हालाँकि, धार्मिक अल्पसंख्यकों की युवा लड़कियों के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन की समस्या पाकिस्तान में आम है, और विशेष रूप से सिंध में गंभीर है। बिटर विंटर द्वारा अपहरण, बलात्कार के बाद "अपनाई गई" 15 वर्षीय लड़की चंदा महाराज को पुलिस द्वारा बचाया गया था, लेकिन कानून की अदालत ने उसके माता-पिता के बजाय आश्रय गृह भेज दिया। उसे अभी भी उसके परिवार को वापस नहीं दिया गया है। उसकी स्थिति के बारे में परस्पर विरोधी जानकारी है, लेकिन चिंता है कि उसे उसके तथाकथित "पति" को वापस सौंपा जा सकता है ।