Edited By Shubham Anand,Updated: 25 Dec, 2025 09:41 PM

थाईलैंड में भगवान विष्णु की एक प्रतिमा को हटाए जाने पर भारत की कड़ी आपत्ति के बाद थाई सरकार ने सफाई दी है। थाईलैंड ने कहा कि यह कोई धार्मिक स्थल नहीं बल्कि सीमा क्षेत्र में स्थित एक सजावटी संरचना थी। भारत और कंबोडिया ने इस कदम की निंदा की है। यह...
इंटरनेशनल डेस्क : थाईलैंड में भगवान विष्णु की एक प्रतिमा को बुलडोजर से गिराए जाने का वीडियो सामने आने के बाद भारत की कड़ी आपत्ति पर अब थाई सरकार ने अपनी सफाई पेश की है। थाईलैंड ने कहा है कि जिस प्रतिमा को हटाया गया, वह कोई धार्मिक स्थल नहीं थी, बल्कि सीमा क्षेत्र में बनी एक “सजावटी संरचना” थी। भारत की आलोचना के बीच थाईलैंड के प्रधानमंत्री अनुटिन चार्नविराकुल ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “एक टूटी हुई मूर्ति की तुलना सैनिकों की जान या अंगों से नहीं की जा सकती।”
थाई सरकार की सफाई
थाई सरकार ने अपने आधिकारिक बयान में स्पष्ट किया कि यह प्रतिमा किसी मान्यता प्राप्त धार्मिक स्थल का हिस्सा नहीं थी। सरकार के अनुसार, यह थाईलैंड-कंबोडिया सीमा के विवादित इलाके में स्थित थी और इसे सुरक्षा कारणों तथा क्षेत्र पर नियंत्रण बनाए रखने के उद्देश्य से हटाया गया। बयान में कहा गया कि इस कार्रवाई के पीछे किसी भी धर्म का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था। थाई प्रशासन ने यह भी माना कि वीडियो के वायरल होने से गलतफहमियां पैदा हुईं, जिसके लिए खेद जताया गया, लेकिन दोहराया गया कि यह प्रतिमा किसी भी तरह से रजिस्टर्ड धार्मिक स्थल नहीं थी।
भारत और कंबोडिया की प्रतिक्रिया
इससे पहले भारत ने बुधवार को विदेश मंत्रालय के जरिए इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। भारत ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा था कि क्षेत्रीय दावों के बावजूद इस तरह की कार्रवाई हिंदू और बौद्ध श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है, क्योंकि यह साझा सभ्यतागत विरासत से जुड़ा विषय है। वहीं, कंबोडिया के प्राह विहार प्रांत के प्रवक्ता ने भी इस कदम की निंदा की और दावा किया कि प्रतिमा उनके क्षेत्र के अन सेस इलाके में स्थित थी। कंबोडिया ने थाई सेना पर पुराने मंदिरों को नुकसान पहुंचाने के आरोप भी लगाए, जिन्हें थाईलैंड ने सिरे से खारिज कर दिया।
सीमा विवाद फिर चर्चा में
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हाल ही में करीब दो हफ्तों तक सैन्य संघर्ष चला था। इस संघर्ष में थाईलैंड में 23 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें अधिकांश सैनिक थे, जबकि कंबोडिया में 21 नागरिकों के मारे जाने की खबर आई थी। दोनों देश एक-दूसरे पर संघर्ष को भड़काने और नागरिक इलाकों को निशाना बनाने के आरोप लगाते रहे हैं। गूगल मैप्स के मुताबिक, विवादित प्रतिमा सीमा रेखा से कुछ दूरी पर स्थित थी, लेकिन इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच पुराना सीमा विवाद एक बार फिर गरमा गया है।