Edited By Pardeep,Updated: 19 Jun, 2025 06:06 AM

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर सैन्य हमला करने की योजना को गुप्त रूप से स्वीकृति दे दी है।
वॉशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर सैन्य हमला करने की योजना को गुप्त रूप से स्वीकृति दे दी है। हालांकि, अभी तक उन्होंने इसका अंतिम आदेश (Final Order) नहीं दिया है।
क्या कहा गया है:
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वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) और रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने अपने सैन्य सलाहकारों और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (National Security Council) के साथ चर्चा कर के हमला करने की योजना को सैद्धांतिक मंजूरी (Approved in principle) दे दी है।
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अंतिम निर्णय अब स्थिति के और बिगड़ने या अमेरिका पर किसी हमले के आधार पर लिया जाएगा।
क्या है योजना का उद्देश्य?
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ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटीज़, बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च पैड्स, और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के ठिकानों को निशाना बनाने की योजना है।
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हमले में लंबी दूरी की मिसाइलें, B-52 बॉम्बर्स, और खाड़ी में मौजूद USS Eisenhower जैसे युद्धपोतों का इस्तेमाल हो सकता है।
ट्रंप के बयान:
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा: "हम ईरान को सिविलियंस या अमेरिकन सोल्जर्स पर मिसाइलें चलाने की छूट नहीं दे सकते। हमारी सहनशीलता की सीमा अब ख़त्म हो रही है।"
ट्रंप ने यह भी कहा कि:“हमें पता है अयातुल्ला अली खामेनेई कहां हैं, लेकिन अभी हम उन्हें नहीं मारेंगे।”
अमेरिका की स्थिति:
पहलू |
जानकारी |
फौजी तैनाती |
खाड़ी क्षेत्र में 100 से ज़्यादा युद्धक विमान, 3 एयरक्राफ्ट कैरियर और मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात |
कूटनीति |
G7 समिट से लौटने के बाद ट्रंप ने हाई-लेवल मीटिंग की |
खुफिया |
CIA और मोसाद से संयुक्त इंटेलिजेंस के आधार पर लक्ष्यों की पहचान की गई है |
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
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रूस और चीन ने अमेरिका को ईरान पर हमला न करने की चेतावनी दी है।
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फ्रांस, जर्मनी और कनाडा ने भी कहा है कि इस स्थिति का हल शांति वार्ता से निकलना चाहिए।
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संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव पारित करने की चर्चा शुरू हो गई है।