Edited By Pardeep,Updated: 29 Dec, 2025 10:08 PM

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद इलाके में हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल तब देखने को मिली जब एक हिन्दू शख्स की मौत होने पर पास-पड़ोस के मुसलमानों ने न सिर्फ अपने हाथों से उसकी अर्थी सजाई बल्कि शमशान घाट पहुंचाकर हिन्दू रीति-रिवाज से उसका...
नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद इलाके में हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल तब देखने को मिली जब एक हिन्दू शख्स की मौत होने पर पास-पड़ोस के मुसलमानों ने न सिर्फ अपने हाथों से उसकी अर्थी सजाई बल्कि शमशान घाट पहुंचाकर हिन्दू रीति-रिवाज से उसका अन्तिम सस्कांर भी किया।
इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसकी इलाके में खासी सराहना की जा रही है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, देबवंद के कोहला बस्ती मोहल्ला निवासी इंजन मैकेनिक अजय कुमार सैनी (40) करीब 20 वर्षों से किराये के घर में रह रहा था और उसे गुर्दे की बीमारी थी तथा इसके चलते दो दिन पहले उसकी मौत हो गई थी।
उन्होंने बताया कि परिवार में ऐसा कोई जिम्मेदार व्यक्ति नहीं था जो उसका अन्तिम संस्कार कर सके और इस स्थिति में मोहल्ले के सभासद के बेटे गुलफाम अंसारी और उनके कई साथी आगे आये। स्थानीय लोगों ने बताया कि गुलफाम और उनके साथियों ने अजय की अर्थी को अपने हाथों से तैयार किया और फिर उसकी अन्तिम यात्रा निकालते हुए उसे देवबंद के देवीकुण्ड स्थित शमशान घाट ले गये।
गुलफाम ने मीडिया को बताया, ''हमारे साथी अंतिम संस्कार के हिन्दू रीति रिवाज से वाकिफ नहीं थे इसलिये उन्होंने हिन्दू समाज के लोगों की सलाह से अन्तिम संस्कार की प्रक्रिया को पूरा किया।'' इस घटना की तस्वीरें और वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो सभी ने इसे मानवता और भाईचारे की मिसाल बताते हुए इसकी सराहना की। ग्रामीणों के मुताबिक, मृतक अजय के घर पर तीन दिन रूकने वाले रिश्तेदारों और मेहमानों के लिये भोजन की व्यवस्था भी गुलफाम और उनके साथियों ने की।