Edited By Anu Malhotra,Updated: 11 Jun, 2025 08:01 PM

अगर आप दिल्ली-एनसीआर या उत्तर भारत के किसी राज्य में हैं, तो आने वाले कुछ दिन आपके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। मौसम ने एक बार फिर करवट ली है, लेकिन इस बार मॉनसून नहीं बल्कि भीषण गर्मी चर्चा में है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली और उसके...
नई दिल्ली: अगर आप दिल्ली-एनसीआर या उत्तर भारत के किसी राज्य में हैं, तो आने वाले कुछ दिन आपके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। मौसम ने एक बार फिर करवट ली है, लेकिन इस बार मॉनसून नहीं बल्कि भीषण गर्मी चर्चा में है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। अनुमान है कि इस हफ्ते तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच सकता है, जिससे हालात और भी खतरनाक हो सकते हैं।
क्यों जारी किया गया रेड अलर्ट?
IMD के ताजा बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली और एनसीआर के ज्यादातर हिस्सों में हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी। पहले मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया था, लेकिन तापमान में अचानक तेजी और गर्म हवाओं के चलते इसे बदलकर रेड अलर्ट कर दिया गया है। यह चेतावनी विशेष रूप से 12 और 13 जून के लिए जारी की गई है, जब गर्मी चरम पर पहुंच सकती है।
तापमान के आंकड़े डराने वाले हैं
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सफदरजंग स्टेशन पर बुधवार को अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
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अयानगर में यह आंकड़ा 45.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से काफी अधिक है।
कब तक रहेगा गर्मी का कहर?
हीटवेव का असर कम से कम दो दिन और देखने को मिलेगा। विशेषज्ञों के अनुसार तापमान 44 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। इसके चलते लू चलने की संभावना भी बनी हुई है। दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। 11 और 12 जून को इन इलाकों में गर्मी सबसे ज्यादा होगी।
राहत की उम्मीद कब?
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार का कहना है कि एक पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है, जो 13 जून की रात से असर दिखा सकता है। इसके चलते दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में आंधी और बारिश की संभावना है। अगर यह पूर्वानुमान सटीक बैठता है, तो वीकेंड तक गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है।
सुझाव: गर्मी से ऐसे बचें
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दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें
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पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें
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हल्के और ढीले कपड़े पहनें
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बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें