Edited By Tanuja,Updated: 23 Dec, 2025 04:53 PM

भारत ने श्रीलंका के साइक्लोन डिटवाह से प्रभावित किलिनोच्ची ज़िले में 120 फुट लंबा बेली ब्रिज स्थापित कर मानवीय सहयोग का बड़ा उदाहरण पेश किया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इसे भारत की ‘Neighbourhood First’ नीति का प्रतीक बताया।
International Desk: भारत ने एक बार फिर आपदा के समय श्रीलंका के साथ खड़े होकर अपनी ‘Neighbourhood First’ नीति को ज़मीन पर उतार दिया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुर कुमार दिसानायके और विदेश मंत्री विजिता हेराथ की मौजूदगी में उत्तरी प्रांत के किलिनोच्ची ज़िले में 120 फुट लंबे ड्यूल कैरिजवे बेली ब्रिज का उद्घाटन किया। यह इलाका हाल ही में आए साइक्लोन डिटवाह से बुरी तरह प्रभावित हुआ था। जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी देते हुए बताया कि 110 टन वजनी यह बेली ब्रिज भारत से एयरलिफ्ट कर श्रीलंका लाया गया और #OperationSagarBandhu के तहत रिकॉर्ड समय में स्थापित किया गया।
जयशंकर ने यह भी घोषणा की कि भारत ने साइक्लोन डिटवाह के बाद श्रीलंका के पुनर्निर्माण के लिए 450 मिलियन अमेरिकी डॉलर की व्यापक सहायता पैकेज का प्रस्ताव दिया है। इसमें 350 मिलियन डॉलर की रियायती लाइन ऑफ क्रेडिट और 100 मिलियन डॉलर की अनुदान राशि शामिल है। उन्होंने बताया कि शुरुआती राहत चरण में भारत ने लगभग 1100 टन राहत सामग्री और 14.5 टन दवाइयाँ व मेडिकल उपकरण श्रीलंका भेजे। यह सहायता पैकेज श्रीलंका सरकार के साथ मिलकर अंतिम रूप दिया जा रहा है ताकि सबसे ज़रूरी बुनियादी ढांचे और पुनर्निर्माण कार्यों पर ध्यान दिया जा सके।यह कदम न केवल भारत–श्रीलंका संबंधों को और मज़बूत करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि संकट की घड़ी में भारत अपने पड़ोसी देशों के लिए सबसे पहले खड़ा होता है।