Edited By Harman Kaur,Updated: 18 Jun, 2025 06:32 PM

मध्य-पूर्व में चल रहे ईरान-इजरायल टकराव के बीच अब अमेरिका की सक्रियता ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तीखे बयान के जवाब में ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने दो टूक कहा कि हर शहीद का बदला...
नेशनल डेस्क: मध्य-पूर्व में चल रहे ईरान-इजरायल टकराव के बीच अब अमेरिका की सक्रियता ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तीखे बयान के जवाब में ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने दो टूक कहा कि हर शहीद का बदला लिया जाएगा और ईरान किसी भी हाल में सरेंडर नहीं करेगा।
ईरानी समाचार एजेंसी तस्नीम के अनुसार, खामेनेई ने कहा, “अमेरिका को यह समझना चाहिए कि ईरान न तो जबरन शांति स्वीकार करेगा और न ही थोपा गया युद्ध। अगर अमेरिका या इजरायल ने कोई भी आक्रामक कदम उठाया, तो उन्हें उसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।”
खामेनेई का इजरायल को सीधा संदेश
खामेनेई ने अपने संबोधन में इजरायल पर निशाना साधते हुए कहा, “इजरायल ने एक बड़ी गलती कर दी है और हम अपने शहीदों का खून कभी नहीं भूलेंगे। ये हिसाब जरूर चुकता होगा।”
ट्रंप की चेतावनी: “हम जानते हैं खामेनेई कहां हैं”
दूसरी ओर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा में G7 समिट से वॉशिंगटन लौटने के बाद ईरान पर बेहद सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा, “ईरान के पास कोई भी परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए। हम जानते हैं उनके सर्वोच्च नेता कहां छिपे हैं, लेकिन अभी हमला नहीं करेंगे। हालांकि, हमारा धैर्य खत्म होता जा रहा है।”
परमाणु और तकनीकी दबाव
ट्रंप ने ईरान के रक्षात्मक सिस्टम पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि “ईरान के पास अच्छे स्काई ट्रैकर हैं, लेकिन अमेरिकी तकनीक से कोई मुकाबला नहीं। अमेरिका से बेहतर कोई नहीं कर सकता।” ईरान के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका को चेतावनी दी कि अगर किसी भी तरह का हस्तक्षेप हुआ, तो पूरा क्षेत्र पूर्ण युद्ध की आग में झुलस सकता है।